महेन्द्र यादव से कांग्रेसी नाराज, ताल ठोकने लगे नए दावेदार

इमरान अली/कोलारस। चुनावी साल में कांग्रेस एक बार फिर आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी है। कमलनाथ के बाद चुनावी बिगुल फूंकते हुए शुक्रवार को उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन और पुजा अर्चना के बाद के मध्य प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनावी शंखनाद फूंक दिया है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भगवान महाकाल के दर्शन के साथ इस वर्ष होने वाले चुनावों का आगाज करते हुए अंजाम तक पहुंचाने का बीड़ा उठा लिया है। इसी के चलते महाकाल के दर्शन के बाद सांसद सिंधिया लगातार चार दिन तक प्रदेश में कई जिलो में जन आक्रोश रैली को संबोदित कर कार्यकर्ताओं में उर्जा भरेंगे। 
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनावी समर में उतरते ही सिंधिया खेमे के पदाधिकारी एक्टिव मोड पर आ रहे है। माना जा रहा है मध्यप्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में मध्यप्रदेश में 14 वर्ष से ज्यादा से बनवास काट रही कांग्रेस के सामने सत्ता में आना बड़ी चुनौती होगी। इसी के साथ ही पार्टी हाई कमना ने मध्यप्रदेश चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई अहम बदलाव किये है। पार्टी कि जिम्मेदारी कमलनाथ के कंधो पर आते ही पार्टी के वरिष्ठ कार्यक्रताओ और पदाधिकारीयो को निष्क्रिय बैठे कार्यक्रताओ को एक्टिव करने कि अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। ऐसे में आने वाला चुनाव शिवराज सरकार के लिए चुनौती शाबित होगा।

कोलारस में टिकिट दावेदारो की कसरत शुरू
कोलारस विधानसभा में कांग्रेस कि जीत के बाद एक बार फिर सांसद सिंधिया के चुनावी मैदान में उतरते ही केालारस विधानसभा में टिकिट के लिए ताल ठोकने वाले नेता एक्टिक मोड पर आ गए है। वर्षो से अपने नंबर कि बाट जोह रहे नेताओ ने क्षेत्रिय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कसरत करके अपने पोईंट बड़ाने कि जददोजहद शुरू कर दी है। कोलारस उपचुनाव में करीब आधादर्जन टिकिट के दावेदार सामने आए थे लेकिन सांसद सिंधिया के र्निदेश पर सबने हाथ खड़े कर दिये लेकिन 2018 के चुनावी मैदान में अब सभी दावेदार कोलारस विधानसभा में फिर से अपने लिए चुनावी जमीन तैयार करने और चुनावी रणनीती बनाने में लगे है।

महेन्द्र यादव से कांग्रेसी नाराज
सुत्रो कि माने तो विधायक महेन्द्र यादव से कोलारस उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने वाले कार्यक्रताओ में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। ऐसे में कोलारस विधायक महेन्द्र यादव से नाराज कार्यक्रताओ को मनाना कांग्रेस के लिए एक वड़ी चुनौती होगी। 

सूत्रों कि मानें तो कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं कि मानें तो विधायक ने अपनी जीत के बाद कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कि है। ऐसे में कार्यकर्ताओं का नाराज होना तय है। जिस कारण से अगर महेन्द्र यादव आने वाले चुनाव में अपनी तकदीर देख रहे है तो कार्यक्रताओ कि नाराजगी का परिणाम भुगतना पड़ेगा। कोलारस उपचुनाव में कांग्रेस कि जीत का कारण सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और जमीनी कार्यक्रताओ कि मेहनत का परिणाम केालारस उपचुनाव में खासा देखने को मिला था। ऐसे में नाराज कार्यक्रताओ को मनाना कांग्रेस और विधायक के लिए चुनौती साबित होगा।