श्रीराम की पोस्ट से हरवीर रघुवंशी पर कटाक्ष, ट्रोल हुआ मामला

शिवपुरी। चुनाव नजदीक आ रहे हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट में ही गुटबाजी साफ नजर आने लगी है। मामला सोशल मीडिया पर आ गया है। जल्द ही सड़कों पर भी आ सकता है। सिंधिया समर्थक आपस में भिड़ रहे हैं। बकौल श्रीराम गौड़, हरवीर सिंह रघुवंशी के पास सिंधिया के दरवाजे का गेटपास है। वो जिसे चाहे अंदर जाने दें, जिसे चाहें रोक दें। यह दावा खुद रघुवंशी करते हैं। 

जानकारी के अनुसार आज कोलारस के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीराम गौड़ ने फेसबुक पर स्टेटस अपडेट करते हुए लिखा है कि जिसे भी कांग्रेस में पद चाहिए वह हरवीर जी की शरण में जाए क्योंकि जो उनकी शरण में नहीं जाता वो महाराज के यहां नहीं रह सकता। उसके बाद यह पोस्ट ट्रॉॅल हो गई। लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया इस पोस्ट पर कर रहे है। 

कांग्रेेस नेता श्रीराम गौड के इस स्टेटस के समर्थन में भी लोग लगातार लिख रहे हैं और हरवीर रघुवंशी के चाहने वाले श्रीराम गौड पर भी जवाबी हमला कर रहे है। इस स्टेटस पर एक कांग्रेस के प्रवक्ता के समर्थन में हमला करते हुए लिखा है कि यह वही कांग्रेस के नेता है जो कोलारस के उपचुनाव के बाद कांग्रेसी होने के बाद भी सीएम शिवराज सिंह चौहान से भावांतर की राशि लेने के बाद सुर्खियो में आए थे। 

कुल मिलाकर अब कांग्रेसी की गुटवाजी सड़को पर नही सोशल पर आ गई है। और यह गुटवाजी जबसे तेज हुइ है जब से कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव को बनाया है। दबी जुबान में जिले के कांग्रेसी नेता कहने लगे है कि सभी पद यादवो को ही दिए जाऐंगे और बदरवास क्षेत्र में ही परोसे जाऐगें। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए यह गुटबाजी शुभ सकेंत नही है। अभी सांसद सिंधिया के सीएम प्राजेक्ट होने में दिग्गी राजा और कांग्रेस नेता अजय सिंह ने अडंगा डाल दिया अब सांसद सिंधिया के घर में हो रही इस गुटबाजी से जिले में पनप रहे दिग्गी गुट को बल मिल सकता है। 

इनका कहना है-
श्रीराम गौड़ जी तो अच्छे आदमी है। अब उन्होंने इस तरह की पोस्ट क्यों की यह समझ से परे है। हो सकता है कि इनकी कोई पद पाने की लालसा हो और वह पूरी नहीं हुई हो इसके चलते उन्होंने अपनी भड़ास पोस्ट डालकर निकाली है। 
हरवीर रघुवंशी, प्रबक्ता जिला कांग्रेस शिवपुरी। 

हमने अपनी औैर से कुछ भी नहीं लिखा है। यह तो रघुवंशी जी के शब्द हैै वह हमने प्रसारित किए है। अब रही पद पाने की इच्छा तो यह तो सब जानते है कि हम 20 साल से महाराज की सेवा में लगे है। अब इसमें पद कहा से बीच में आ गया। इस मामले में हम शास्त्रार्थ करने तैयार है। हमारे पास इसके पर्याप्त सबूत और गवाह है। वह तो यहां तक कहते है कि कोई अगर हमसे विगाड़ लेगा तो हम उसे महाराज के मंच पर भी चढऩे नहीं देंगे। 
श्रीराम शर्मा,बरिष्ठ कांग्रेसी नेता