
श्री पिपलौदा ने बताया कि जिले में कई अध्यापकों को वर्ष 2013 और 2015 में क्रमोन्नति लगना थी, लेकिन आज तक उन पात्र अध्यापकों को क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिला है। जिससे अध्यापक जिले से बाहर भी जाकर सक्षम अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
श्री पिपलौदा ने बताया कि शिक्षा अधिकारी की सज्जनता के कारण जिले में बाबू राज हावी है। शिक्षा विभाग में कई प्रकरण जिला परामर्शदात्री की बैठक में उठाने के बावजूद समस्याओं का हल आज दिनांक तक नहीं निकला है। मध्यप्रदेश कर्मचारी कांग्रेस ने कलेक्टर से शीघ्र इस ओर ध्यान देने की मांग की है।