
इसका परिणाम यह हुआ कि एक नौनिहाल मासूम बालक आम रास्ते में खुले पड़े स्र्टाटर डिब्बे को देखने लगा और उसने नंगे तारों को पकड़ लिया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। उसके परिजनों द्वारा नगर पालिका प्रशासन को दूरभाष पर संपर्क भी करने की कोशिश की लेकिन लापरवाह नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा फोन रिसीव करने की भी जहमत नहीं उठाई।
इतना नहीं वार्ड के पार्षद को भी इस बात से अवगत कराया लेकिन उसने भी उक्त मामले को गंभीरता से नहीं लिया और आज भी वह वॉक्स खुला पड़ा हुआ है। क्या नगर पालिका प्रशासन खुले पड़े वॉक्स और नंगे तारों के माध्यम से किसी की जान जाने का इंतजार कर रही है।