बिना अनुमति के ठेकेदार ने खोद-डाले खेत, लाखों की राजस्व की चपत

फरहान काजी/रन्नौद। जिले के कोलारस अनुविभाग में इन दिनों राजस्व की टीम जमकर लोगों को लूटने में लगी हुई है। टीम द्वारा अबैध उत्खनन कारीयों पर कार्यवाही तो की जा रही है परंतु इस कार्यवाही पर अमल के नाम पर तहसील के ही कर्ताधर्ता शासन को राजस्व में चूना लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। जिसके चलते यहां हालात यह निर्मित हो गए है कि अबैध उत्खनन कर्ता सार्बजनिक तौर से उत्खनन करने में लगे हुए है। जब कभी पकड़े भी जाते है तो संबंधित अधिकारी से मिली भगत होने से उक्त पूरा माल विना किसी राजस्व को चूकता किए छोड़ दिया जाता है। 

ऐसा की एक मामला प्रकाश में आया है जहां कोलारस अनुविभाग के अंतर्गत आने वाला ग्राम धंधेरा मैं अवैध रूप से चल रही एक जेसीबी छ: टै्रक्टरों पर प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए जप्ती में तो ले लिया। परंतु जब बात कार्यवाही की आई तो उक्त बाहनों पर कोई रजिस्टर तो नहीं रंगा गया। अपुति इस मामले को ले देकर निपटा लिया है। 

इस बारे में ठेकेदार से जानकारी चाही तो ठेकेदार के पास मिट्टी उठाने का कोई परमिशन नहीं मिली। इस मामले में जब बताए गए स्थान पर नायब तहसीलदार राजवीर सिंह भदौरिया एवं पटवारी विनोद भील पहुचे तो वहां पाया की छ: टैक्टर एक जेसीबी चल रही थी। जिसको पकड़ कर वही के चौकीदार के सुपर्द की थी जो आज तक उन मशीनरी का कोई अता पता नही है कि कहा है। 

बताया गया है कि नायब तहसीलदार राजवीर सिंह भदौरिया ने जेसीबी व टैक्टर ठेकेदार तथा ग्रामीण से मामला ले देकर निमटा लिया था और राजस्व विभाग में एक पाई भी जमा नही की। कार्यवाही के कुछ दिन बाद से अधिकारी इस मामले में गोल-मोल करने में जुट गए और पूरे मामले में एसडीएम से परमीशन की बात कहने लगे।

जब टीम ने इस संबंध में कोलारस एसडीएम प्रजापति से बात की तो उन्होंने भी साफ शब्दों में बता दिया कि उनके पास इस मामले की परमीशन लेने कोई आया ही नहीं। अब इस तरह लोगों को गुमराह कर प्रशासन का अबैध उत्खनन कारीयों पर विशेष प्रेम समझ से परे है।