चुनाव परिणाम के बाद शुरू होगी शिवपुरी कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई

भोपाल। कोलारस विधानसभा के उपचुनाव के संचालन में लापरवाही बरतना शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी सहित अन्य अधिकारियों पर भारी पड़ सकता है। मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर कलेक्टर आयोग के निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने पहले जो रिपोर्ट भेजी थी, उसमें सिर्फ 58 मृत मतदाताओं के नाम सूची में शामिल होने की बात कही थी, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट ठीक इसके विपरीत आई। इसमें 13 हजार नामों में गड़बड़ी पाई गई है। इसे आयोग ने काफी गंभीरता से लिया है। उपचुनाव के मतदान की वजह से आयोग ने तत्काल तो कोई कार्रवाई नहीं की पर अब कलेक्टर को नोटिस थमाया जा सकता है।

सूत्रों के मुताबिक कोलारस विधानसभा की मतदाता सूची में मृत, स्थानांतरित और अनुपस्थित मतदाताओं के नाम बड़ी संख्या में पाए गए हैं। ऐसे मतदाताओं की संख्या 13 हजार से ज्यादा बताई जा रही है। यह बात भी शिवपुरी कलेक्टर ने गुरुवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजी रिपोर्ट में बताई। इसे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने काफी आपत्तिजनक मानते हुए अपनी रिपोर्ट प्रतिकूल टिप्पणियों के साथ भेजी है। बताया जा रहा है कि मतदान से ठीक पहले रिपोर्ट मिलने से आयोग के पास कोई विकल्प नहीं था, इसलिए पीठासीन अधिकारियों को अलग से मृत, स्थानांतरित और अनुपस्थित मतदाताओं की सूची बनाकर दी गई।

साथ ही पहली बार प्रदेश में किसी उपचुनाव में छह-छह आईएएस और आईपीएस अलग से तैनात करने पड़े। इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में मतदाता सूची को लेकर उठे प्रश्न से पूरी मतदाता सूची की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर कलेक्टर के साथ निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और बूथ लेवल ऑफिसरों पर गाज गिर सकती है।