
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में ज्ञानसिंह कौरव विभाग समन्वयक शिवपुरी विभाग विद्या भारती मध्यभारत प्रांत एवं अध्यक्षता रघुवीर श्रीवास प्रांत घोष प्रमुख द्वारा की गई ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कौरव ने कहा कि घोष भारतीय संगीत की एक विधा है जो बैंड धुन के रूप में संचलन पद्धति में बजाई जाती है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य भारतीय संस्कृति में संगीत विधा का संरक्षण है। इस अवसर पर विद्यापीठ के प्राचार्य जितेंद्र परसाई एवं विद्यापीठ परिवार द्वारा सभी भैयाओं को शुभकामनाएं एवं बधाई दी गई।