पब्लिक ने रंगे हाथों चोर को पकड़ा, पुलिस को चकमा देकर भाग गया

कोलारस। जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के लुकवासा चौकी क्षेत्र में एक चोर को पब्लिक के रंगे हाथो पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द तो कर दिया।उपरंतु उक्त चोर पुलिस की लापरवाही के चलते रात्रि में चौकी से फरार हो गया। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि 24 घण्टे बाद भी पुलिस उक्त चोर को पकड़ नहीं पाई। इस बात की खबर जब शिवपुरी समाचार डॉट कॉम को लगी। तो हमारी टीम ने मामले की पड़ताल की और पुलिस से जानकारी चाही तो पुलिस के हाथ पैर फूल गए और आनन-फानन में पुलिस ने एक चोर को गिरफ्तार कर जेल भेज कर मीडिया को गुमराह करने का प्रयास किया। परंतु जब मीडिय़ा ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि उक्त चोर तो अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। 

जानकारी के अनुसार बीती रात्रि संतोष ओझा की दुकान में तीन चोर सेंध लगाकर दो बोरी अनाज की चोरी कर ले गए। जब चोर तीसरी बोरी लेने आए तो पड़ौसी ने उक्त बारदात को देख संतोष को फोन पर चोरी होने की बात कही। इस पर संतोष अपने एक साथी को लेकर दुकान पर पहुंचा और रंगे हाथों चोरी करते हुए आरोपी चोर हल्कू जाटव निवासी दीघोद और दो अन्य साथीयों को दबौच लिया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती हल्कू के दो साथी संतोष सहित पब्लिक को चकमा देकर भाग गए। हल्कू को पब्लिक ने पकडक़र पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उक्त चोर को लेकर चौकी आई और हाथ बांधकर चौकी में रख लिया। 

उसके बाद उक्त चोर पुलिस को चकमा देकर भाग गया। उसके बाद जब खबर मीडिय़ा को लगी तो पुलिस के हाथ पैर फूल गए और आनन-फानन में पुलिस कहने लगी कि उक्त युवक को पुलिस पूछताछ के लिए लाई थी और उसे पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया। जब मीडिय़ा ने सबाल किया कि रंगे हाथों पकड़े चोर को पूछताछ कर कैसे छोड़ दिया तो पुलिस जबाब नहीं दे पाई और मामले में दखलदांजी करने से माना कर दिया। 

उसके बाद पुलिस ने चतुरई दिखाते हुए मीडिया को बताया कि उक्त आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। जब टीम ने इस बात की फिर पड़ताल की तो सामने आया कि जेल तो पुलिस ने बृजमोहन जाटव निवासी रिजौदा को भेजा है। जबकि फरार होने बाले चोर का नाम हल्कू जाटव है। साथ ही एक और चौकाने बाला पहलू सामने आया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी बृजमोहन का एफआईआर में भी नाम नहीं है। इस मामले में एक और गौर वाली बात यह है उक्त दुकान जहां चोर बेखोफ चौरी कर रहे थे। उसके सामने बैंक भी स्थिति है। जो पुलिस की गस्त व्यवस्था पर भी सांबलिंया निशान खड़ा कर रहा है। अब देखना यह है कि पुलिस अधीक्षक इस मामले में क्या कार्यवाही करते है। 

इनका कहना है-
इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है। आप ऐसा बता रहे है तो मै मामले को दिखबाता हूं। जेल भेजे गए आरोपी का नाम भी एफआईआर में नहीं है तो उसे किस आधारा पर जेल भेजा है। में दिखबा लेता हूं। जो भी दोषी होगा कि कार्यवाही की जाएगी। 
सुनील कुमार पाण्डे,पुलिस अधीक्षक शिवपुरी।