कार्ड के खेल में जेल से लेकर 75 रुपए के समौसे तक: पढ़िए नपाध्यक्ष के 3 साल

अजय राज सक्सेना/शिवपुरी। तीन वर्ष पूर्व कांग्रेस के मुन्नालाल कुशवाह ने नगरपालिका अध्यक्ष के रूप में शपथ ग्रहण की थी। उनके नगरपालिका अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल के तीन वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। अध्यक्ष महोदय के 3 साल के उपलब्धि गिनाने के लिख कुछ खास नही है। जब से श्री कुशवाह ने अध्यक्ष की कुर्सी संभाली है तब से लेकर आज तक वह कई विवादों में घिरे नजर आए हैं। इसके अलावा नगरपालिका में उन्हीं के कार्यकाल में कई घोटाले उजागर हुए हैं। खासबात तो यह है कि वह स्वयं भी बीपीएल राशनकार्ड कांड में सलाखों के पीछे जा चुके हैं। 

वहीं नगरपालिका में 75 रुपए का एक समौसा, ट्यूबलाइट, टेंकर घोटाले, टीनशेड घोटाला जैसे कई मामले सामने आ चुके हैं। कुल मिलाकर नगरपालिका अध्यक्ष कुशवाह से शहरवासियों से जो उम्मीदें की थी तो वह उन खरे नहीं उतर पाए। वह जनता की सेवा मेें नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के मामले में सुर्खियों में बने रहते हैं। 

बीपीएल कांड में खा चुके हैं जेल की हवा
बीपीएल कार्ड के फर्जीवाड़े में शिवपुरी के नगर पालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह को कलेक्टर की जांच में भी दोषी पाए जाने पर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। नगरपालिका अध्यक्ष के खिलाफ अवैध तरीके से बीपीएल राशन कार्ड बनाने व उसकी सुविधाओं के उपभोग की शिकायत की थी। इस मामले की तत्कालीन कलेक्टर ने जांच तत्कालीन एडीएम नीतू माथुर को सौंपी थी। 

जांच में मुन्ना लाल कुशवाह दोषी पाये गए। इनकी गिरफ्तारी के लिए जब प्रयास हुए तो उन्होने कोर्ट में शरण ली, लेकिन इनकी अपील कोर्ट ने खारिज कर दी थी। यह जानकारी मिलते ही श्री कुशवाह डबल बैंच में मामले की अपील करने के लिए वकील से मिलने ग्वालियर गए थे तभी इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 

कई मामलों में हुआ भ्रष्टाचार उजागर
नगरपालिका के ही जनप्रतिनिधियों द्वारा खुलकर नपाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा चुके हैं। ऐसी फाईलें निपटाने की तैयारी थी जिनमें भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हैए लेकिन अन्य प्रतिनिधियों को मामला की सुगबुगाहट लगने पर मामला उजागर हुआ था।  इस सूची में नाला सफाई, मनियर तालाब की सफाई और करोडो रूपए के पाईप खरीदी कांण्ड सुर्खियो में रहे है।   

नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को स्पष्ट करते हुए जनप्रतिनिधियों ने बताया था कि ट्यूबलाईट में लगाने के क्लेम्प बाजार में 250 रूपए में मिलते हैं, लेकिन यदि इन्हें थोक में लिया जाए तो यह 175 रूपए तक में उपलब्ध है। 

जबकि इनके स्थान पर नगरपालिका में 4 हजार क्लेम्प 32 लाख रूपए में सप्लाई किये गए हैं। गणित लगाया जाये तो एक क्लेम्प की दर 900 रूपए बैठती है। इन भी कार्यों के लिए अध्यक्ष के चेहतों को जिम्मेदार ठहराया गया था।


बिना टेंडर करा दी थी फूल वालों के लिए 9 लाख की टीनशेड
नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह पर तमाम तरह के आरोपों के क्रम में एक यह लगा था कि सजातीय भाइयों फूल मालाओं वालों के लिए एक टीनशेड बिना स्वीकृति कोई भी टेंडर और न ही किसी भी विज्ञप्ति के निर्माण कार्य करवा दिया। 

वही अपुष्ट सूत्रों की माने तो इस खेल में नपा का एक जनप्रतिनिधि का पुत्र शामिल है जो इस तरह के कामों में पहले भी संलिप्त था जो टीनशेड एबी रोड पर सरेआम अतिक्रमण की श्रेणी में आती है। नपा अध्यक्ष के द्वारा कराए गए इस कार्य की कई लोगों ने घोर निंदा भी की थी।

75 का 1 समोसा और 750 का नाश्ते का पैकेट 
नपा की परिषद की बैठक में एक जनप्रतिनिधि ने जानकारी देते हुए बताया था कि महालेखाकार मोती महल ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक नपा की परिषद की बैठकों में प्रति बैठक 30 से 75 हजार रुपए तक चाय, नाश्ते पर खर्च किए जा रहे हैं। 

ऑडिटर ने इस पर आपत्ति जताते हुए रोक लगाने के निर्देश दिए लेकिन फिर उस समय इसी आधार पर भुगतान जारी था। जानकारी के मुताबिक 39 पार्षद और एक अध्यक्ष को मिला कर कुल 40 लोग होते हैं इस आधार पर 40 लोगों पर होने वाला कुल खर्च प्रति डिब्बा 750 रुपए लिया जा रहा है।