शिवपुरी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिवपुरी जिले में निवासरत सहरिया जनजाति के परिवारों में कुपोषण दूर करने एवं पोष्टिक आहार हेतु प्रतिमाह साढ़े 4 करोड़ की राशि परिवार के महिलाओं के खाते में प्रदाय की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोलारस में दो करोड़ की लागत से बनेगा बस स्टेण्ड। लुकवासा चिकित्सालय में 10 विस्तरों की व्यवस्था होगी। सिंध नदी पर भड़ौता में स्टॉप डेम बनेगा। गरीब परिवारों को मीटर के स्थान पर 200 रूपए प्रतिमाह देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शिवपुरी जिले के कोलारस में आयोजित सहरिया विकास यात्रा के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं जिले के प्रभारी रूस्तम सिंह ने की। कार्यक्रम में जनजाति कार्य विभाग एवं आदिम जाति कल्याण, नर्मदा घाटी विकास, सामान्य प्रशासन, विमानन, आनंद विभाग के मंत्री लाल सिंह आर्य विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 18 हजार सहरिया परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया के खाते में एक हजार रूपए की राशि जमा की।
उत्कृष्ट विद्यालय कोलारस शिवपुरी में आयोजित कार्यक्रम में विधायक प्रहलाद भारती, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार रघुवंशी, पूर्व विधायकगण माखनलाल राठौर, देवेन्द्र जैन, वीरेन्द्र रघुवंशी, ओमप्रकाश खटीक, रमेश खटीक, अपर आयुक्त ग्वालियर संभाग डी.डी.अग्रवाल, आई.जी. अनिल कुमार, कलेक्टर तरूण राठी, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे, महेश आदिवासी, पार्षद लालजी आदिवासी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सहरिया परिवारों को एक रूपए प्रतिकिलो गेहूं, चावल, नमक एवं 10 रूपए प्रतिकिलों की दर से दाल भी प्रदाय की जाएगी। इसके साथ ही सहरिया,बैगा एवं भारिया जनजाति के परिवारों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने हेतु प्रत्येक परिवार को प्रतिमाह एक हजार रूपए की राशि दी जाएगी। जो देश में पहली बार हो रहा है।
इस योजना का शुभारंभ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस पर 25 दिसम्बर को कराहल (श्योपुर) में किया गया है। शिवपुरी जिले में सहरिया जनजाति की 45 हजार आबादी है, सहरिया जनजाति को कुपोषण से मुक्ति दिलाने और पोष्टिक आहार प्रदाय किए जाने हेतु प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया के खाते में एक हजार रूपए की राशि जमा की जाएगी। इस प्रकार प्रतिमाह साढ़े 4 करोड़ की राशि खाते में जमा होगी।
इसी कड़ी में आज 18 हजार महिलाओं प्रत्येक के खाते में एक हजार रूपए की राशि जमा की गई है। उन्होंने कहा कि सहरिया परिवार को आभावों में नहीं जीने दिया जाएगा। एक हजार रूपए की राशि मिलने से पूरे परिवार को साग-भाजी, दूध, मिलने पर कुपोषण में कमी आएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे गरीब सहरिया परिवार जिनके पास जमीन का पट्टा नहीं है, उन्हें जमीन का मालिक बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2018 तक सभी सहरिया आवासहीन परिवारों को 01 लाख 20 हजार रूपए की राशि पक्के आवास निर्माण हेतु प्रदाय की जाएगी। यह राशि हितग्राहियों को खाते में जमा होगी।
उन्होंने कहा कि मकान निर्माण हेतु रेत 125 रूपए की रशीद कटवाने के बाद प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि वनभूमि पर रहने वाले वनवासी परिवारों का सर्वे कर पट्टे देने की कार्यवाही की जाएगी। ऐसे परिवार जिन्हे 01 रूपए किलों खाद्यान्न प्रदाय हेतु पात्रता पर्ची नहीं मिली है। उन्हें पात्रता पर्ची प्रदाय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबरी माता के मंदिर हेतु साढ़े 07 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत कर दी गई है। मंदिर के साथ ही सामुदायिक भवन भी बनाया जाएगा। शिवपुरी एवं कराहल में कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्रों, ग्वालियर एवं इंदौर में 17 करोड़ 20 लाख की लागत से बनने वाले अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास, भाषाई शिक्षकों की नियुक्ति, 10 हजार जनजाति के बच्चों को प्रशिक्षण प्रदाय कर रोजगार देने आदेश जारी किए गए है।
मुख्यमंत्री ने दिलाया सहरिया जनजाति के परिवारों को संकल्प
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सहरिया जनजाति के परिवारों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि नशा मुक्ति में भाग लेंगे। एक हजार रूपए की राशि पोष्टिक आहार हेतु प्रदाय की गई है, उसका सद्उपयोग करेंगे, सहरिया अपनी जमीन किसी को नहीं बेचें। अपने सभी बच्चों को पढऩे भेजें। बीमार होने पर झाडफ़ूक कराने की अपेक्षा शासकीय चिकित्सालय में इलाज कराएगें। कमजोर बजन के बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्रों में भर्ती कराएगें और बच्चे के साथ जाने वाली माताओं को 50 रूपए की राशि भी प्राप्त होगी।
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