
कल सुबह गणेश पुत्र कलुआ आदिवासी उम्र 41 वर्ष शराब के नशे मेें धुत्त होकर अपने घर पर आया जहां उसने अपनी मां के साथ गाली गलौच शुरू कर दी। बात यहां तक पहुंच गई कि गणेश मां को मारने आ गया। इस घटना से गणेश के बड़े भाई बहादुर सिंह आदिवासी और राजू आदिवासी सहित भतीजे धर्मेंद्र आदिवासी का खून खौल गया और तीनों ने उत्पाती गणेश को पकडक़र घसीटते हुए घर के बाहर ले गए और वहां मौजूद नीम के पेड़ से उसे बांध दिया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर निर्ममतापूर्वक गणेश की मारपीट की।
बताया जाता है कि आरोपीगणों ने सब्बल से उसके माथे पर प्रहार किया और कुल्हाड़ी से उसके हाथ पर जिससे उसका हाथ टूट गया और उसके शरीर पर कई चोटें आईं। घटना के लगभग दो घंटे तक उसे पेड़ से बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान वह दर्द से कराहता रहा, लेकिन आरोपीगणों को उस पर दया नहीं आई। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और गणेश को बंधन मुक्त कराया। इस दौरान आरोपी वहां से भाग खड़े हुए।