नपा के भ्रष्ट उपयंत्री केएम गुप्ता का ट्रांसफर करो: यशोधरा राजे सिंधिया ने मंत्री को पत्र लिखा

शिवपुरी। नगर पालिका में डेपुटेशन पर पदस्थ रहे उपयंत्री केएम गुप्ता पर नगर पालिका में उनके कार्यकाल के दौरान तमाम तरह के आरोप लगाए गए जिनकी की शिकायतों के बाद जांच चल रही है और इन सबको प्रभावित न कर सके तभी इनका स्थानांतरण किसी अन्य जिले में किया जाए। ऐसा पत्र कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पीएचई मंत्री को पत्र लिखा है खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पीएचई मंत्री को पत्र लिखकर सब इंजीनियर केएम गुप्ता के स्थानांतरण  अन्यंत्र की मांग की है। 

नपा सूत्रों की माने तो केएम गुप्ता के खिलाफ जीआई, सीआई, टेंकर घोटाला, मोटर खरीदी, बोर खुदाई सहित कई आर्थिक अनियमितताओं की जांचे चल रही हैं। सूत्रों ने बताया है कि इस जांच को उपयंत्री के एम गुप्ता प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए शिवपुरी से उन्हें हटाने की मांग उठी है। गौरतलब है कि उपयंत्री गुप्ता कई सालों तक नगरपालिका में पदस्थ रहे। यहां पर आर्थिक गड़बड़ी और अनियमितताओं के कारण पिछले दिनों इनका स्थानांतरण उनके मूल विभाग पीएचई में कर दिया गया था। 

नगरपालिका में कई साल पदस्थ रहे उपयंत्री गुप्ता पर पूर्व में सिंध जलावर्धन योजना जो कि शहर की महत्वपूर्ण योजना थी उसमें भी पलीता लगाने से नहीं चूके। ये एक सहायक यंत्री जेपी पारा के साथ मिलकर शासकीय योजनाओं को पलीता लगाकर लाखों के बारे न्यारे कर रहे थे। काम करने वाली दोशियान कंपनी को ओनी पोनी दरों पर कई भुगतान भी करा दिए जिससे जलावर्धन योजना में इतनी देरी भी लगी। इन्हीं आरोपों के कारण बीते दिनों इन्हें मूल विभाग में वापस पहुंचा दिया गया। क्योकि इनका अंदरुनी दखल आज भी नपा शिवपुरी में था।

अतिक्रमण प्रभारी ने सेवानिवृत्ति के बाद भी नहीं सौंपा चार्ज 
नगर पालिका शिवपुरी अपने अजीबो गरीब क्रियाकलापों के लिए हमेशा से ही चर्चा में रही है। यहां पर ऐसे-ऐसे गुल खिलाए जाते हैं जो शायद किसी के दिमाग में भी न आए। अतिक्रमण प्रभारी के पद पर कार्यरत मेवा लाल करारे को सेवानिवृत्त हुए कई माह का समय गुजर चुका हैं। लेकिन इसके बाबजूद भी उन्होंने किसी अन्य कर्मचारी को अतिक्रमण प्रभारी का कार्यभार नहीं सौंपा है। 

क्या नगर पालिका में ऐसा कोई कर्मचारी नहीं है जो अतिक्रमण प्रभारी कार्यभार संभाल सके। या फिर नगर पालिका अधिकारी, पूर्व अतिक्रमण प्रभारी मेहरबान बने हुए हैं। अतिक्रमण प्रभारी किस कानून के तहत आज तक चार्ज संभाले हुए हैं तथा कार्यालय में रखे दस्तावेजों की अलमारियों की चाबी भी अपने कब्जे में रखे हुए हैं।