परिवार परामर्श: वर्षो से टूटे 8 परिवार हुए एक | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। पुलिस कन्ट्रोल रूम शिवपुरी में रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में कुल 21 प्रकरणों का निराकरण किया गया।  इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय की धर्मपत्नि श्रीमती सीमा पाण्डेय ने स्वयं कुछ प्रकरणों में परामर्शदाता के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए आगामी प्रत्येक शिविर में उपस्थित होकर अपनी सेवा देने हेतु सहमति प्रदान की। इस शिविर में कुल 21 पारिवारिक प्रकरणों को रखा गया जिनमें पति-पत्नि व सास बहू के प्रकरणों का निराकरण करने में सफलता हांसिल की वहीं एक प्रकरण में अनावेदक का नाबालिग होना पाए जाने से  प्रकरण को महिला सशक्तिकरण को वैधानिक कार्यवाही हेतु सौपे जाने का निर्णय लिया गया। 

इस शिविर में जहां सात प्रकरणों में पति-पत्नि के मध्य सामंजस्य बिठाकर समझौता कराया गया। वहीं एक प्रकरण में सास बहू के मध्य उपजे विवाद को कुशलता पूर्वक परामर्श के उपरांत सुलझाकर राजीनामा कराया गया। कुल 6 प्रकरणों में से 3 प्रकरणों में एक पक्ष के अनुपस्थित रहने के कारण निराकरण नहीं हो सका वहीं 3 अन्य प्रकरणों में दोनों पक्ष ही अनुपस्थित रहने के कारण निराकरण कराया जाना संभव नहीं हो सका। समिति ने कुल चार प्रकरणों में परामर्श के उपरांत पाया कि इनका निराकरण माननीय न्यायालय द्वारा कराया जाना उचित होगा। जिससे संबंधित पक्षकारों को न्यायालय जाने की सलाह दी गई। 

एक प्रकरण में घरेलू हिंसा प्रकरण बनाया जाकर न्यायालय प्रस्तुत करने की अनुशंसा की गई। वहीं एक प्रकरण में पुन: काउन्सलिंग कराए जाने की अनुशंसा की गई। वहीं एक प्रकरण में परामर्श के दौरान रोचक पहलू तब आया जब आवेदिका द्वारा प्रताडऩा संबंधी ससुरालीजनों के विरूद्ध की गई शिकायत पर अनावेदक परिजनों सहित उपस्थित हुआ तो उसके पिता द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर समिति ने अनावेदक का नाबालिगी की अवस्था में विवाह होना पाया जाकर वर्तमान में भी नाबालगी के कारण विवाह योग्य होना नहीं पाया गया। 

उक्त बालक वर्तमान में कक्षा 12 में अध्ययनरत है। जिससे प्रताडऩा संबंधी विषय से हटकर इस प्रकरण में समिति द्वारा महिला बाल विकास एवं सशक्तिकरण अधिकारी ओपी पाण्डे की उपस्थिति में उक्त प्रकरण को आगामी वैधानिक कार्यवाही हेतु सौंपा गया। एक अन्य प्रकरण में लुधावली निवासी परिवर्तित नाम हरकू का विवाह करौंदी निवासी राजेश के साथ पांच माह पूर्व हुआ था। विगत चार माह से उक्त लडक़ी पारिवारिक विवाद के कारण अपने मायके रह रही थी और तलाक की स्थिति थी। परिवार परामर्श के परामर्श दाताओं एवं पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नि सीमा पाण्डेय की विशेष समझाईश के बाद इन दोनों में राजीनामा हो गया और पति-पत्नि एक साथ रहने चले गए। 

एक अन्य प्रकरण में पुरानी शिवपुरी के एक परिवार में पति-पत्नि के बीच विवाद था, साथ ही उनके परिजनों के बीच भी विवाद चल रहा था। उक्त दम्पत्ति को विवाह के 10 वर्ष हो गए थे और उनके दो बेटे थे। जिसमें बड़ा बेटा 6 वीं कक्षा में पढ़ता था। इन दोनों के बीच भी तलाक की स्थिति लगभग तय थी। मगर काउन्सलरों के समझाईश के बाद आपस में जहां इनमें समझौता हुआ वहीं दोनों समधनों ने भी अपने गिले शिकवे दूर किए। एक अन्य रोचक प्रकरण में ठकुरपुरा निवासी एक युवक का विवाह सागर निवासी युवती के साथ हुआ था। यहां उक्त युवती को ससुरालीजनों के द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा था और दहेज की मांग भी की जा रही थी। 

बताया तो यह भी जा रहा है कि विगत तीन दिन से युवती घर से बाहर रह रही थी। परिवार परामर्श केन्द्र के काउन्सलरों ने जब युवक को समझाया तो उसका प्रभाव यह हुआ कि उक्त युवक ने न केवल अपनी पत्नि से माफी मांगी बल्कि गिलानीवश उसके आंसू भी बहने लगे। एक अन्य रोचक प्रकरण में जहां सास और बहू के बीच विवाद था। वहीं पति और पत्नि के विवाद था। इस प्रकरण में काउन्सलरों की समझाईश से सास और बहू के बीच में तो राजीनामा हो गया परन्तु पति के न मानने पर काउन्सलरों ने डीआईआर भरने की अनुशंसा की। 

इस अवसर पर पुलिस कप्तान सुनील पाण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया, महिला सशक्तिकरण अधिकारी एवं महिला बाल विकास अधिकारी ओपी पाण्डे, श्रीमती सीमा पाण्डेय, पुष्पा खरे, श्रीमती उमा मिश्रा, किरण अशोक ठाकुर, नीरजा खण्डेलवाल, आनंदिता गांधी, बिन्दु छिब्बर, गुंजन अजय खैमरिया, मृदुला राठी, प्रीति जैन, भारती जैन, सुरेशचन्द्र जैन, मथुरा प्रसाद गुप्ता, संतोष शिवहरे, राकेश शर्मा, नरेश गोडल, राजेन्द्र राठौर, डॉ. इकबाल खान, भरत अग्रवाल, राजेश जैन, डॉ. विजय खन्ना, राजेश गुप्ता, हरवीर सिंह चौहान सहित महिला प्रकोष्ठ के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।