पोहरी में यमराज के दूत की दुकान सील, अब खुलवाने लगाई जा रही है जुगत

शिवपुरी। जिले के पोहरी में बीते रोज बीएमओ कोरकू द्वारा एक मौत की दुकान पर कार्यवाही कर अपने कर्तव्य से तो इतिश्री कर ली है। अब उक्त झोलाछाप इस दुकान को निकलवाने की जुगत में लगा हुआ है। जिले में हर गली और मोहल्लों में कुकुरमुत्ता की तरह अवैध झोलाछाप डॉक्टरों की अवैध क्लीनिक संचालित हो रहे हैं उक्त अवैध दुकानों पर ग्रामीण जनता कि जिंदगी से यह यमराज खेल रहे हैं एवं कई मासूम बच्चों तथा लोगों की जिंदगी यह अंगूठा टेक डॉक्टर ले चुके हैं। 

उक्त डॉक्टरों सरेआम मौत के इन अस्पतालों का संचालन कर रहे है। इसका विधिवत बोर्ड भी लगा हुआ है। जो कि सरेआम शासन एवं प्रशासन का मुंह चिड़ा रहे हैं। पोहरी नगर में ही 3 दर्जन से अधिक अवैध झोलाछाप क्लीनिक संचालित है। जिसमें से एक क्लीनिक जो आदर्श विद्यालय के सामने हैं। इस क्लीनिक पर ब्लॉक मैडिकल ऑफिसर द्वारा अचानक रेड डाली गई। 

जिसमें एक झोला छाप डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित करते हुए मिला ऑफिसर द्वारा अचानक रेड डाली गई तब उसमें एक अवैध एवं फर्जी झोला छाप डॉक्टर अपना क्लिीनिक चला रहा था एवं सरेआम उक्त डॉक्टर शासन द्वारा वर्जित दवाइयों का धड़ल्ले से उपयोग कर रहा था। 

बताया गया है कि उक्त डॉक्टर के क्लीनिक में भारी मात्रा में अवैध प्रतिबंधित दवाओं का भंडार रखा हुआ था। तथा कई कार्टून एलोपैथिक दवाओं के भरे थे। वही एक दलाल सभी झोला छाप डाक्टरों से हर माह एक निश्चित रकम देने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से से बचाने का ठेका ले रहा है।

वही स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन की उक्त कारवाई प्रतिबंधित दवाओं के जब्ती ना होने से संदेह के घेरे में है एवं स्थानीय स्तर पर झोलाछाप डॉक्टरों में उक्त करवाई से हडक़ंप की स्थिति है। अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई पहले की तरह सिर्फ दिखावा रहेगी या झोलाछाप क्लीनिकों के खिलाफ कार्यवाही होगी।