
जो विभिन्न मार्गो से होते हुये कटरा बाजार चौक में एकत्रित होते गए। जहां अखाडा ओर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है उसके बाद कस्बे से बाहर दोआब नहर पर जल बिहार के लिये निकल जाते हैै जो लौटकर प्रधान मोहल्ले मे बने मंदिरो मे रात्रि विश्राम करते है। जहां भजन कीर्तन का आयोजन होता है। फिर दूसरे दिन लिलगिर चौक मे सायं 5 बजे के आस पास मेला और अखाडे ओर भजन कीर्तन का आयोजन होता है। उसके बाद मंदिरो मे वापिस आ जाते है
पुलिस की रही ढील, चलती रही धक्कामुक्की
इस अखाडे के दौरान पुलिस व्यवस्था चारों खाने चित दिखाई दी। पुलिस इस अखाडे में हादसे का इंतजार करती रही। गनीमत यह रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। इस विशाल कार्यक्रम के दौरान न तो मौके पर फायर बिग्रेड थी और न ही कोई अग्निशमन दस्ता। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम पंचायत मगरौनी, किसनपुर और निजाम पुर के स्थानिय लोगो ने भरपूर सहयोग दिया।