बड़ी खबर: फर्जी अंकसूची पर कर रहा था 18वीं बटालियन में नौकरी, मामला दर्ज

शिवपुरी। व्यावसायिक परीक्षा मण्डल में फर्जी रूप से भाई की अंकसूची के नाम पर एक युवक ने नौकरी हासिल कर ली और वर्तमान में वर्ष 2014 से 18वीं बटालियन एसएएफ में टे्रडमेन के रूप में कार्य कर रहा था। इसी बीच एक शिकायत दर्ज हुई जिसमें सिपाही के इस मामले को लेकर जांच चल रही थी। अब जब जांच पूरी हुई तो पाया कि अभ्यार्थी द्वारा फर्जी अंकसूची के सहारे नौकरी पाई इस पर व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की अपर संचालक की शिकायत पर सैनिक के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया। पुलिस ने मामला विवेचना में ले लिया है। 

जानकारी के अनुसार अनुज पुत्र रामरतन अहीर उम्र 26 वर्ष निवासी पल्लवी ताल ग्राम क्षिप्रामाऊ भोपाल मप्र ने अपने ताऊ के बेटे अरूण उर्फ विपिन कुमार पुत्र रामरथ यादव की मार्कर्शीट का फर्जी रूप से उपयोग कर अपने दस्तावेज तैयार किए और इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरक्षक के पद पर नौकरी हासिल कर ली। 

यह भर्ती व्यावसायिक परीक्षा मण्डल के तहत हुई थी और इसमें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुई नौकरी के बाद आरक्षक अनुज के विरूद्ध एक शिकायत दर्ज हुई। जिसमें वर्ष 2014 में अनुज के खिलाफ हुई शिकायत पर यह नौकरी फर्जी रूप से पाई गई। 

इस पर शिकायतकर्ता के रूप में आरोपी अनुज की थाना सतनबाड़ा में वर्तमान नियुक्ति एसएएफ बटालियन पर कार्यरत रहने के कारण व्यापमं की सहा. अधिकारी श्रीमती उर्मिला शुक्ला  की शिकायत पर आरोपी आरक्षक के विरूद्ध फर्जी रूप से दस्तावेज तैयार करने और नौकरी हासिल करने पर धारा 419,420,466,468,471 ताहि म.प्र.मान्यता प्राप्त अधि.1937 की धारा 3ए/04 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।