सहाब: में जिंदा हूं पर मुझे जिंदा तो घोषित कर दो

मुकेश रघुवंशी लुकवासा। जिले के बदरवास जनपद अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत इंदार में एक अजीब और अनौखा मामला सामने आया हैै। जिसमें एक युवक ने कोलारस एसडीएम के पास पहुंचकर बताया कि सहाब में जिंदा हूं पर मेरे जिंदा होने का प्रूफ तो बना दो। इस मामले में दिव्यांग युवक के आवेदन पर उसे जिंदा घोषित करने और रोजगार सहायक की सेवा समाप्ति का आश्वासन दिया है। 

जानकारी के अनुसार कमलेश जाटव ने बीते रोज कोलारस एसडीएम आरके पाण्डे को आवेदन देते हुए कहा कि साहब वह जिंदा है। जिसे रोजगार सहायक ने कागजों में मार दिया और उसका मृत्यू प्रमाण पत्र लगाकर उसकी विकलांग पेंशन भी बंद करा दी है। 

बताया गया है कि इस दिव्यांग कमलेश जाटव पिछले 10 महीने से अपनी विकलांग पेंशन ना मिलने को लेकर परेशान थे तथा शासकीय दफ्तरों के बार-बार चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे थे इसी क्रम में उन्होंने जब अपने परिवार की समग्र आईडी को निकलवाया तब उनको एक अजीब बात पता चली कि ग्राम के ही पंचायत सचिव रजनी रघुवंशी एवं रोजगार सहायक रोजगार सहायक अवधेश रघुवंशी ने उन्हें पंचायती दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया है इस कारण से उनकी विकलांग पेंशन बंद हो गई है। इस मामले की शिकायत पीडित ने सचिव और सहायक सचिव से भी की तो वह उसें जिंदा घोषित करने के एवज में 5 हजार रूपए की मांग कर रहे हैै।

इनका कहना है-
हां मेरे पास एक दिव्यांग शिकायत लेकर आया कि उसे रोजगार सहायक ने मृत घोषित कर दिया है। जिस पर हमने जांच प्रतिवेदन मांगा है। इस रोजगार सहायक की और भी शिकायते आई है जिसके आधार पर मेंने उसकी सेवा समाप्ति के लिए भी लिख दिया है। 
आरके पाण्डे,एसडीएम कोलारस