श्रीमंत साहिबा पर भारी एसडीएम कोलारस, नही हो सका ट्रांसफर

ललित मुदगल/शिवपुरी। पिछले कुछ समय से कोलारस एसडीएस आर-आर पाडें अपनी कार्यप्रणाली से सुर्खियो में है। लगातार पाडें पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है पिछले कुछ दिनो में कोलारस क्षेत्र में पूरी प्लानिंग कर करोडो रूपए के रेप परिवहन घोटाले को एसडीएम ऑफिस में पका दिया गया था यह खबर भी मिडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सूत्र बता रहे है कि अभी प्रदेश की कैबिनेट मंत्री और शिवुपरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने कोलारस दौरे के दौरान कोलारस एसडीएम पाडें की लगातार हो रही शिकायतो के आधार पर कलेक्टर शिवपुरी को एसडीएम आर-आर पाडें को तत्काल हटाने के आदेश दिए थे लेकिन अभी भी कोलारस एसडीएम पाडें का ट्रासफंर नही हुआ है। 

इस कारण एसडीएम ऑफिस के दलालो की पूरी गैंग अब स्थानीय नेताओं से मुस्कराते हुए कह रहे है कि लो नही करवा सकी श्रीमंत साहिबा भी साहब का ट्रांसफर। बताया जा रहा है कि भाजपा संगठन के जिले के एक नेता ने एसडीएम पाडें के ढाल बने इस कारण ही यधोधरा रूपी बाण खाली गया है। 

ऐसा नही है कि इस बार ही कोलारस एसडीएम की कार्यप्रणाली की शिकायत की गई हो इससे पूर्व कई बार सीएम और मंत्री स्तर तक शिकायत की है। बताया गया है कि भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह को की है। 

अपनी शिकायत में कहा है कि कोलारस में इस समय गरीबो के लिए चलाई जाने वाली योजना एमडीएम में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पहले तो किसी भी दुकान की शिकायत कराई जाती है, जांच को नाम पर उसे हटा दिया जाता है फिर 2 माह बाद उसे ही दुकान दे दि जाती है या यूं कह लें कि जो ज्यादा देता है उसे दुकान आवंटन कर दी जाती है। आबंटन और निरस्त में लाखो दलालो और अधिकारियों द्वारा कमाए जा रहे है। 

शिकायती बिंदु में उल्लेख किया है कि कोलारस में डायर्वसन का डर बिक रहा है एसडीएम ऑफिस के दलाल चिन्हित कर भवन स्वामियो को डायर्वसन के नाम पर नोटिस से सैटिंग तक का काम कर रहे है बताया यह भी जा रहा है कि ऐसे नोटिस भी गलती से जारी हो गए है जिनके पूर्व से ही डायवर्सन है। मौखिक रूप से सरंपचो को मशीनो से काम कराने की परमीशन दे दी गई है। 

सबसे बडा और चौथा घोटाला जो अभी समाचार पत्रो की सुर्खिया बना है रेत घोटाला, इस रेत घोटाले को पूरी प्लानिंग के साथ एसडीएम ऑफिस में ही पकाया गया था इस बात के सबूत भी मिडिया ने प्रकाशित किए थे। बताया जा रहा है कि शिकायतो के बाद कार्यवाही न होने पर इस रेत घोटाले की शिकायत को लेकर लोकायुक्त का दरवाजा भी खटखटाया जा सकता है।  

इस मामले में अपने राम का कहना है कि कही ऐसा तो नही की कोलारस एसडीएम ऑफिस द्वारा भाजपा के संगठन का पाला-पोसा जा रहा हो क्योकि लगातार इस ऑफिस के कारनामे कलमबंद हो रहे है रेत घोटाला तो पूरी तरह से एसडीएम ऑफिस में पकाया गया है। इस घोटाले में एसडीएम ऑफिस से रेत उत्खन्न की अवैध परमिशन जारी कर दी गई है। 

जब राजे के प्रहार से सगठन ने एसडीएम को बचा लिया तो इससे लगता है कि कही न कही संगठन और एसडीएम ऑफिस के बीच कोई अनैतिक गठबधंन की खिचडी पक रही है। अब शिकायत कर्ता रेत घोटाले को लेकर लोकायुक्त का दरवाजा भी खटखटा सकते है।