पीडि़ता ने कलेक्टर से न्याय की मांग की है। पीडि़ता का कहना है कि वह अपने पति की मौत के बाद दो बच्चों के साथ मजदूरी कर जीवन यापन कर रही थी तभी विजयराम झा नामक युवक ने उसे अपने झांसे में ले लिया और उससे हमदर्दी जताते हुए उससे शादी करने की बात कही। पीडि़ता के अनुसार वह उसकी बातों में आ गई और उसके बाद वह उसके पास आने-जाने लगा।
इसी बीच पिता के नाम की जमीन के बटवारे को लेकर विवाद उपरांत विजयराम झा के साथ मिलकर उसने केस किया और वह केस जीत गई और विजयराम ने अपने नाम एग्रीमेंट करवा लिया और फिर बाद में उस जमीन को कोमल साहू से जमीन का एग्रीमेंट कर लिया। इस जमीन से मिले रुपए में से दो लाख रुपए विजयराम ने अपने खाते में डलवा लिए और बाद में विजयराम ने उसे बातों में लेकर एक लाख रुपए और लिए और ये सारा पैसा लेकर विजयराम रफूचक्कर हो गया, तब से वह आज कल आने की बात कहकर गायब है। पीडि़ता का कहना है कि उसे न्याय दिलाया जाए। पीडिता ने रोते हुए बताया है कि अगर उसकी सुनवाई नहीं हुई तो वह कलेक्टर परिसर में ही आत्महत्या करने की बात कही।