खबर का असर: फर्जी चिटफंड कंपनी संचालक 4 लोगो पर मामला दर्ज, होटल संचालक संदेह के घेरे में

शिवपुरी। आज सुबह होटल सनराईस में संचालित एक फर्जी चिटफंड कंपनी पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम द्वारा मामले को उठाने के बाद पुलिस ने उक्त चिटफंड कंपनी के संचालकों पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने के गंभीरता से लेते हुए प्रकाशित किया था। 

विदित हो कि आज सुबह शिवपुरी समाचार को सूत्रों से जानकारी मिली कि होटल सनराईस में नीचे हॉल में कुछ सदिग्ध युवक फर्जी चिटफंड चला रहे है। जिसपर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने जाकर देखा तो बंद कमरे में ताला लगाकर कुछ लोगों को गुमराह करने का कारोबार चल रहा था। जिसपर जब शिवपुरी समाचार ने अंदर जाकर मामले की जानकारी चाही तो उक्त आरोपीयों ने मीडिया को अंदर जाने से इंकार के बाद जब होटल संचालक से बातचीत करना चाही तो होटल संचालक ने उक्त आरोपीयों को बचाते हुए पैरवी प्रारंभ कर दी। 

होटल संचालक की सरेआम मिली भगत देखकर शिवपुरी समाचार ने उक्त मामले की सूचना कोतवाली टीआई संजय मिश्रा को दी। जहां टीआई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उक्त आरोपीयों को उठाकर कोतवाली ले आए। जहां आरोपीयों से कागजात मांगे तो वह कोर्ई भी कागज नहीं दे पाए। जब शहर में इस चिटफंड को संचालित करने की अनुमति चाही तो वह भी  नहीं बता पाए। 

इस मामले में पुलिस ने फरियादी दिलीप पुत्र सुरेश अग्रवाल निवासी गांधी कॉलोनी की रिपोर्ट पर आरोपी आनंद रजक निवासी भितरवार, मंयक शर्मा निवासी दुश्यत नगर ग्वालियर, विशाल धौलपुरिया निवासी शांतिनगर नई सडक ग्वालियर और संजय पचौरिया निवासी लक्ष्मण पुरा ग्वालियर को गिरफ्तार कर आरोपीयों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। 

होटल संचालक की भूमिका संदेह के घेरे में
आज पकड़े गए इन आरोपीयो को पकडे जाने के बाद होटल संचालक की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है। विदित हो कि इससे पहले भी इस होटल में ऐसे ही चिटफंड के सेमीनार इस होटल में संचालित होते आए है। महज होटल संचालक अपने फायदे के लिए इन आरोपीयों को बिना पुलिस की सूचना के शहर की पब्लिक को लूटने का लायसेंस दे देता है। आज तो होटल संचालक की हद तब हो गई जब इन आरोपीयों से मीडिया ने अंदर जाने की अनुमति चाही तो होटल संचालक सरेआम इनकी पैरवी करने आ गए।

होटल संचालक महज अपने फायदे के लिए पुलिस की आंखों के सामने शहर के युवा बेरोजगारों को ठगने की परमीशन देने तथा पोल खुल जाने के बाद भी खुला संरक्षण देने से शक के दायरे में है। कही न कही इस सेमीनार के रूप में उक्त होटल संचालक इनसे मोटी रकम बसूल करता है। ऐसा नहीं है इस होटल में यह कोर्ई पहला सेमीनार है इससे पहले भी ओपीसी सहित कई फर्जी चिटफंड कंपनी इस होटल का उपयोग कर शहर के लाखों बेरोजगारों को चूना लगा चुकी है। लेकिन पुलिस आरोपीयों को गिरफ्तार कर होटल संचालक पर कोई भी कार्यवाही नही कर पाई हैै।