आखिर कोलारस प्रशासन खनन माफिआयों पर क्यों है मेहरबान



मुकेश रघुवंशी/कोलारस। वैसे तो पूरे जिले में खनन माफियाओं के आगे प्रशासन पूरी तरह से दण्डवत है। लेकिन प्रसाशन के महज कुछ अधिकारीयों की हीला हबाली के चलते कोलारस प्रशासन इन माफिआयों पर नकल कसने की बजाए उन्हें खुला सरंक्षण दे रहे है। कोलारस पुलिस द्वारा लगातार इन खनन माफिआयों को पकड़ा तो जाता है लेकिन विडम्वना यह है कि आज तक कोई भी केस प्रशासन नहीं बना पाया है और अपनी सेटिंग के चलते इन खनन माफियाओं ने कोलारस को खनन का गढ बना लिया है। 

बीते माह की बात करें तो कोलारस अनुविभाग में जब से नवागत एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया ने कार्यभार संभाला है तब से खनन माफियाओं में हडक़ंप की स्थिति निर्मित हो गई। लेकिन उसके बाद जो हुआ वह अत्यत खतरनाक और सोचने लायक हुआ। यहां खनन माफियाओं ने अपनी दाल एसडीओपी के यहां नहीं गली तो उनके अधीनस्थों को अपना माई बाप बना लिया। 

अब इन अधीनस्थों की छत्र छाया में कोलारस में सरेआम खनन माफिया प्रशासन को करोड़ो रूपए का चूना लगाकर खनन करने में लगे है। जैसे ही एसडीओपी कोई भी कार्यवाही को अंजाम देने की फिराक में रहते है अधीनस्थ कर्मचारी खनन माफिआयों को आगाह कर देते है और प्रशासन खाली हाथ लौटकर अपने आप को कमजोर मान लेता है। 

कोलारस अनुविभाग में लिलवारा, साखनौर, अनंतपुर पिपरौदा, एनवारा, चितारा, रिजौदी में खनन माफिया सरेआम बड़े पैमाने पर खनन कर शासन को करोड़ो रूपए का चूना खनन मफिया लगा रहे है। प्रशासन की सरेआम इस लूट को छूट देना गले नहीं उतर रही है। इस खनन माफियाओं को लेकर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम लगातार प्रशासन को आगाह करता रहा है। उसके बाद भी आज दिनांक तक कोई भी कार्यवाही नहीं करना इन खनन माफियाओं को मजबूती दे रहा है।