संभागायुक्त ने शिवपुरी कलेक्ट्रेट का किया आकस्मिक निरिक्षण

शिवपुरी। ग्वालियर संभागायुक्त एस.एन.रूपला ने कलेक्ट्रेट कार्यालय शिवपुरी का आज आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कलेक्ट्रेट की विभिन्न शाखाओं में जाकर प्रभारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से उनके कामकाज के बारे में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि हमें प्रत्येक व्यक्ति की समस्या का निराकरण सकारात्मक सोच के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ करें। 

इस दौरान कलेक्टर  ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, अनुविभागीय दण्डाधिकारी रूपेश उपाध्याय, डिप्टी कलेक्टर सी.पी.प्रसाद, डिप्टी कलेक्टर आर.ए.प्रजापति, तहसीलदार नवनीत शर्मा सहित अधिकारीगण आदि साथ थे। 

संभागायुक्त  रूपला ने कलेक्टर कोर्ट एवं अपर कलेक्टर कोर्ट का निरीक्षण कर न्यायालयीन प्रकरणों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कर्मचारियों की प्रत्येक टेवल पर पहुंचकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए शाखा प्रभारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि राहत के प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही कर पीडि़त को सहायता दें। 

उन्होंने कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण, क्रमोन्नति, पदोन्नति, सेवा पुस्तिकाओं में इन्द्राज, कर्मचारियों के क्लेम आदि के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण एवं डायवर्सन की बसूली में भी गति लाने के निर्देश दिए। 

श्री रूपला ने कलेक्ट्रेट अधीक्षक को निर्देश दिए कि विभिन्न शाखाओं में साफ-सफाई अभियान चलाया जाए। जिससे जहां साफ-सफाई एवं स्वच्छता होने से एक अच्छा वातावरण निर्मित होगा और काम करने में रूचि बढ़ेगी। उन्होंने स्टेशनरी शाखा का अवलोकन करने के दौरान साफ-सफाई एवं व्यवस्थित रिकॉर्ड रखे जाने की सराहना की। 

उन्होंने लोक सेवा गारंटी प्रबंधन कार्यालय का निरीक्षण करते हुए म.प्र.लोक सेवा गारंटी अधिनियम और सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त आवेदन पत्रों एवं उनके निराकरण की जानकारी लेते हुए लोक सेवा गारंटी जिला प्रबंधक को निर्देश दिए कि वे अधिकारियों को समय-समय पर अवगत कराए कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आवेदक को समय-सीमा के अंदर सेवाए प्राप्त हो। ऐसा न होने पर संबंधित अधिकारी पर अर्थदण्ड की कार्यवाही होगी। 
सभांगाायुक्त ने कहा कि जिला अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त होने वाले आवेदन जिनका निराकरण एल-1 एवं एल-2 स्तर पर संभव है, उनका निराकरण एल-1 एवं एल-2 स्तर पर ही करने का प्रयास करें। जिससे अनावश्यक रूप से एल-3 एवं एल-4 पर आवेदन न पहुंचे। 

उन्होंने निरीक्षण के दौरान जिलाबदर एवं एनएसए के प्रकरणों की जानकारी लेते हुए कार्यपालिक मजिस्ट्रेटो को निर्देश दिए कि ये प्रकरण लंबित न रखे जाए, बल्कि इनमें त्वरित कार्यवाही करें। 

श्री रूपला ने अधीक्षक भू-अभिलेख शाखा का निरीक्षण करते हुए अधीक्षक भूअभिलेख को निर्देश दिए कि क्रोप कटिंग एवं अनावारी बीमा योजना से कोई हल्का न छूटे। अनावारी की रिपोर्ट उपसंचालक कृषि एवं कलेक्टर के अवलोकन के उपरांत ही संयुक्त रूप से भेजी जाए। 

कलेक्टर श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने इस दौरान बताया कि जिले में जनसुनवाई को और प्रभावी बनाए जाने हेतु प्रयोग के तौर पर मानस भवन में जनसुनवाई किए जाने की रूप रेखा तैयार की जा रही है। जिसके तहत अधिकारियों से सुझाव लेकर पृथक-पृथक विभागों के काउन्टर बनाकर आवेदकों के आवेदन पत्र लिए जाएगे। 

जिनका निराकरण संबंधित विभाग द्वारा किया जाएगा। ऐसे प्रकरण या आवेदन जिनका निराकरण संबंधित विभाग द्वारा संभव नहीं है, उन आवेदन पत्रों का निराकरण कलेक्टर एवं उनके अधिनस्थ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।