
महाविद्यालय के प्राचार्य यूसी गुप्ता ने कहा कि सर से मेरा परिचय काफी पहले हुआ, लेकिन जब भी मैं उनसे मिला एक नई ऊर्जा के साथ मिला। वह दिखावे में विश्वास नहीं रखते वो एक सच्चे इंसान है और सदा शिवपुरी में इस रूप में ही याद आते रहेंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए एसकेएस तोमर ने कहा कि मुझे सदैव युवाओं का सहयोग मिला क्योंकि में युवाओं को उनके ढंग से ही समझाता था जब भी किसी युवाओं को में देखता हूं तो मुझे अपने विद्यार्थी जीवन की याद आ जाती है और मैं उनसे कहता हूं कि अगर मुझे भाईसाहब बोलोगे तो भाई की तरह डांट के लिए भी तैयार रहना।
मेरा उद्देश्य सदैव युवाओं को सही मार्ग दिखाने और उनके कैरियर को प्राथमिकता के साथ याद दिलाने की रही है। मैं इस प्यार को जीवन भर याद रखूँगा। इस अवसर पर आशुतोष शर्मा ने तोमर के व्यक्तित्व पर आधारित कविता प्रस्तुत कर अपनी भावना रखी।
अंत में अग्रवाल समाज, व्यापारी वर्ग, ब्राह्मण समाज, साहित्य परिषद्, शिवसेना, महिला मोर्चा, हिन्दू युवा वाहिनी, मंगलम ब्लेड, प्रोमिनेन्ट क्लब की और से सर्वेश अरोरा, अजीत अग्रवाल, अनूप गोयल राजू गोयल, के पी परमार, शशांक चौहान, योगिता झोपे, सरोज धाकड़ पार्षद, लक्ष्मी जाटव, अमित खंडेलवाल, पप्पू शिवहरे, बीपी परमार, आशुतोष चौहान, दीपेश फडनिश, शिवम् दुबे, शुभम श्रीवास्तव, रूपेश बेडिय़ा, सुधीर बेडिय़ा दीपक प्रधान, संजय जैन, सुजान भदौरिया, लाखन यादव, एमडी गुर्जर आदि ने स्वागत कर श्री तोमर को विदाई दी।