
विवाह समारोह क युनिटी हॉल गांधी पार्क में सुबह 9 बजे से शुरू हुआ यहां वर पक्ष और वधु पक्ष के ठहरने की खास व्यवस्था टेंटों में की गई थी। वर पक्ष और वधू पक्ष के स्वागत का जि मा आयोजक अशोक अग्रवाल और उनकी टीम ने पूर्ण विनम्रता के साथ संभाल रखा था।
दोनों पक्ष के लोगों को स्वादिष्ट नाश्ता कराया गया और इसके बाद दोपहर 1 बजे सभी 11 वर एवं उनके परिजनों को कोतवाली रोड़ स्थित मंगलम भवन ले जाया गया। मंगलम भवन में समाजसेवी संस्था मंगलम की पूरी टीम वर पक्ष के स्वागत के लिए तत्पर खड़ी थी। यहीं 11 सुसज्जित घोड़े औैर बैण्ड बाजे भी तैयार खड़े थे।
चाय पान के बाद सभी 11 वरों को घोड़ों पर सवार किया गया और प्रारंभ हुई बारात जिसमें सभी वरों के परिजन और आयोजक मंडल की टीम शोभा बढ़ा रही थी और स्थान-स्थान पर बारात का शीतल पेय एवं आईसक्रीम के साथ बहुत से लोगों ने स्वागत किया। अपने पराए का भेद भूलकर सभी बाराती ऐसे नाच रहे थे मानो उनके घर में ही बारात आई हुई है।
ठीक दो बजे बारात गांधी पार्क पहुंची जहां अशोक अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नि स्वागत के लिए तत्पर खड़े थे एवं बारात का पलक पावड़े बिछाकर इंतजार कर रहे थे।
स्नेहलता अग्रवाल ने बारात के पहुंचने के बाद सभी बरों को तिलक किया और बारात को क युनिटी हॉल ले जाया गया जहां एक-एक जोड़े को बुलाकर वर माला की रस्म संपन्न कराई गई जिसमें उपस्थित हजारों लोगों ने तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ स्वागत कर वर वधू के सुखी और सफल दा पत्तय जीवन की कामना की।
इस शानदार आयोजन के लिए इन विवाह के आयोजक अशोक अग्रवाल एडवोकेट और उनकी धर्मपत्नि श्रीमती स्नेहलता अग्रवाल की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।