जैन साध्वी रमणीक कुंवर जी के नगर प्रवेश से एक दिन पूर्व हुआ वसंत का आगमन

शिवपुरी। शिवपुरी में वर्ष 2009 में ऐतिहासिक चातुर्मास के दौरान जन-जन में धर्म की गंगा प्रवाहित करने वाली प्रसिद्ध जैन साध्वी रमणीक कुंवर जी मसा. सहित पांच जैन साध्वियों का आज नगर में प्रवेश होने से शिवपुरी में वसंत का एक दिन पूर्व आगमन हो गया।

साध्वी नूतनप्रभाश्री ने अपने प्रवचन में कहा भी कि संत जबभी किसी नगर में प्रवेश करते हैं तो अपने साथ वसंत की सुगंध भी लेकर आते हैं। संतों के मुखारबिंद से त्यागी वनकर भगवान की वाणी सुनने से  जीवन की दिशा और दशा बदल जाती है। साध्वी रमणीक कुंवर जी ने अपने उदबोधन में कहा कि जिस तीव्रता से धन के प्रति आकर्र्षण होता है उस तीव्रता से यदि धर्र्म के प्रति आकर्षण हो तो जीवन रूपांतरित होने में देर नहीं लगती। जैन साध्वियां आज पद बिहार करती हुई शिवपुरी आईं जहां उनका जैन और अजैन समाज ने भक्तिभाव के साथ अभिनंदन किया। 

पोषद भवन में आयोजित धर्र्मसभा में साध्वी नूतन प्रभाश्री जी ने रमता जोगी बहता पानी कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि संत चरवेति-चरवेति का नाद करते है और उनके पैर किसी भी एक स्थान पर स्थिर नहीं रहते हैं। उनका आशीर्र्वाद सूरज की किरणों की तरह हर दिशा में अपनी रश्मियां बिखेरता है, लेकिन यह श्रावक श्राविकाओं की पात्रता पर निर्भर करता है कि उनमें उससे ग्रहण करने की कितनी आकर्र्षण शक्ति है। 

संतों के आगमन से भगवान की वाणी सुनने का सौभाग्य मिलता है, लेकिन इसका फल तब कर्ई गुना बढ़ जाता है जब इस सत्तसंग का लाभ त्यागी की अवस्था में प्राप्त किया जाए। संतों के किसी भी नगर में आगमन से  दूसरा लाभ सुपात्रदान का लाभ मिलता है। महावीर का पात्र जब किसी घर की चौखट पर पहुंचता है तो उससे जीवन की दिशा बदलने में मदद मिलती है।

इसके पूर्व साध्वी वंदनाश्री जी ने मैं तेरे गुण गाऊं महावीर जी, गुण ही गुण हो जाऊं महावीर जी तथा सोने वाले जागो, जगाने वाले आ गए भजन का सुमधुर स्वर में गायन कर पूरे माहौल को धार्मिकता और भक्ति भाव से परिपूरित कर दिया। 

प्रारंभ में जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कोचेटा ने जैन साध्वियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि वर्ष 2009 में साध्वी रमणीक कुंवर जी और नूतन प्रभाश्री जी का शानदार चातुर्मास संपन्न हुआ था, लेकिन आज खुशी की बात है कि उनके साथ नेतृत्व की धनी साध्वी पूनमश्री जी, संयम साध्वी मंगल प्रभाश्री जी और ओजस्वी भजन गायिका साध्वी वंदनाश्री जी का लाभ भी शिवपुरी समाज को मिल रहा है। उन्होंने धर्मप्रेमियों से साध्वियों के सतसंग का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि प्रतिदिन प्रवचन साध्वियों के प्रवचन पोषद भवन में सुबह 9 बजे से होंगे।