सुुविधा शुल्क देने के बाद ही हो रहे है भारतीय स्टेट बैंक के चेक क्लीयर

अभिषेक शर्मा/पोहरी। जिले के पोहरी तहसील में एक मात्र भारतीय स्टेट बैंक है जहा बैंक प्रबंधन और कर्मचारियों की आये दिन उपभोक्ताओं द्वारा शिकायते मिल रही थी की बैंक कर्मचारी उपभोक्ताओं से अभद्रता करते है लेकिन अब बैंक कर्मचारियों के होंसले इतने बुलंद हो गए है की चैक क्लियर करने के नाम पे उपभोक्ताओं से सुबिधा शुल्क बसूला जा रहा है। 

जिन उपभोक्ताओं द्वारा सुविधा शुल्क देने से मना कर दिया जाता उनको बैंक कर्मचारी या तो बैंक के चक्कर लगवाते है या उनसे अभद्रता से बात करते है जिस कारण कई उपभोक्ताओं द्वारा अपने काम करने के लिए सुबिधा शुल्क के भेट चढ़ जाते है।

ऐसे में आज बैंक में पोहरी निवासी उपभोक्ता कपिल यादव द्वारा मंडी में फसल बेच कर अपना चेक बैंक में देने गए जिसके बाद कपिल यादव् से बैंक कर्मचारी द्वारा कहा गया की में आपका चेक क्लियर क्यों करू जबकि मेरे सामने कई लोगो के चेक क्लियर किये गए इससे साफ़ जाहिर होता है की बैंक कर्मचारियों द्वारा आम और खास की तरह कार्य करने की प्रक्रिया चल रही है। उसके बाद कपिल यादव का चेक न तो क्लियर किया और न ही कुछ कहा बही कुछ लोगो द्वारा सुबिधा शुल्क दे कर तत्काल चेक क्लियर करा ले गए। ऐसे में बैंक कर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओ का शोषण किया जा रहा है।

हरिया जाटव निवासी पोहरी द्वारा बृद्धा पेंशन जो की 150 रूपए प्रति माह मिलती है जिसे लेने के लिए 4 दिन से रोज चक्कर काट रहे है। उपभोक्ता द्वारा पूछा गया की मुझे पेंसन क्यों नहीं मिल रही तो बैंक कर्मचारी खाता बंद करने की धमकी देते है। 

ऐसे में पोहरी के बैंक कर्मचारियों द्वारा माहोल इतना खराब कर रखा है की उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैराकेश कुमार गुप्ता भटनावर  का कहना है की बैंक कर्मचारियों द्वारा आम और ख़ास प्रक्रिया से कार्य किये जा रहे है। 

ख़ास आदमियो को जल्दी भुगतान कर दिया जाता है जबकि हम आम आदमी लाइन में लगे रहते है। पोहरी बैंक कर्मचारियों ने बैंक की छबि धूमिल कर रखी है।