सांस्कृतिक और सभ्यता के वातावरण को प्रसारित कर रहे हैं एकल विद्यालय: श्याम जी गुप्त

शिवपुरी। एकल विद्यालय द्वारा चलाए जा रहे अंचल प्रणाम कार्यक्रम गांधी पार्क  मैदान में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मु य अतिथि एकल विद्यालय संगठन प्रभारी एवं विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम जी गुप्त एवं कार्यक्रम की अध्यक्षत पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी द्वारा की एवं इनके साथ दिनेश जी शर्मा छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के एकल अभियान प्रभारी व विभाग सहमंत्री बृजेश पाठक, हरिराम सोनी मध्य प्रदेश संभाग प्रमुख एकल विद्यालय प्रभारी एवं अन्य अतिथिगण मंचासीन थे।

अंचल प्रणाम कार्यक्रम का शुभारंभ माँ भारती एवं सरस्वती जी के चित्रों पर  दीप प्रज्वलित कर व माला अर्पण कर किया गया। इस अवसर पर मु य अतिथि श्याम जी गुप्त ने कहा कि किसी भी देश में समाजवाद में व्यक्ति स मानीय होता है। 

वहीं देश आगे बढ़ता है। हमारा देश आजाद हुआ तब गांधी जी ने नेहरू को बताया था कि देश की प्रगति गांव की प्रगति के साथ जुड़ी है, लेकिन नेहरू ने अपना ध्यान शहर और कारखानों की तरफ रखा। जिससे ग्रामीण हमेशा पिछड़े रहे। हमें गर्व है जवानों, उद्योगपतियों, डॉक्टरों, विद्वानों एवं प्रधानमंत्री पर जिन्होंने गांव-गांव में गरीबों के लिए काफी मदद की और आज ग्रामीणवासी इन्हीं की बजह से अच्छा कार्य कर रहे हैं। 

हमारे देश की आधी से अधिक जनता खून की कमी के कारण बीमार बनी रहती है। जिसमें ग्रामीण लोग अधिक शामिल हैं। उनके गांव-गांव और घर-घर जाकर एकल विद्यालयों के माध्यम से उनकी देख रेख करती है और समय पर दवायें भी उपलब्ध कराती है। जिससे उनका स्वास्थ्य ठीक हो सके। 

देश में भ्रष्टाचार इस बात की हमें शर्म हैं दूसरे लोगों को सलाह देना अलग बात है। हमारा भारत बड़े शहरों जैसा नहीं है। हमारे देश में आज भी सांस्कृतिक और स यता का वातावरण है। हम अपने ग्रामवासी समाज को जगाकर देश को आगे बढ़ा रहे हैं। गांव का ही एक व्यक्ति गांव के बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य उज्जवल कर रहे हैं। 

हमारा उद्देश्य गांव-गांव जाकर उसकी उन्नती करना है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सामान्य परिवारीजनों को स्वस्थ रखना, गंदगी से अलग रखना हमारा उद्देंश्य है। विदेश लोगों ने ग्रामीणजनों को रासायनिक खाद देकर गांव वालों को भटका दिया। जिससे उनकी खेती बिगड़ रही है। जो खेती जैविक खाद के द्वारा होती है वह रासायनिक खाद से नहीं होती है। पंजाब में खेती की बजह से लोगों को कैंसर अधिक होता है वहां लोग आत्महत्या तक कर रहे हैं। 

जबकि हमारी संस्था ने किसानों को उनके अधिकारों को लेने की जानकारी देकर उन्हें सुविधायें उपलब्ध कराई एवं शराब आदि छुड़वकार भगवान राम की भक्ति का पाठ पढ़ाया और गांव-गांव जाकर हमारे भाई बहिन रामकृष्ण की कथा सुनाई जा रही है। 

भगवान राम ने ही इन वनवासियों को प्रेम दिया। प्रेम में तो वह ताकत है जो सबको एक जुटता बाधने का काम करती है। 27 वर्षो से हमने कुटियों में रहने वालों के दिलों में जगह बनाई है। शहर के लोगों ने इन बच्चों को अपना माना और उन्हें काफी सहयोग दे रहे हैं।