शिवपुरी में युवती की मौत: सुसाइड या आॅनरकिलिंग

शिवपुरी। शहर में किराए के कमरे लेकर रह रही बैराड़ की एक युवती की बीते रोज संदिग्ध मौत हुई। उसका शव उसी के दुपट्टे की फांसी पर लटका मिला। कुछ देर बाद बैराड़ से शिवपुरी आकर रह रहे एक युवक ने जहर खा लिया। उसकी मौत इलाज के दौरान ग्वालियर में हुई। मौत समान्य नहीं थी अत: चर्चाएं शुरू हुई। घटनाक्रम कुछ ऐसा था कि मामला प्रेम प्रसंग का जान पड़ा और जल्द ही सुर्खियों में आ गया। सभी बिन्दुओं को शामिल करते हुए बैराड़ के पत्रकारों ने खबर प्रकाशित की। 

आप जानकर चौंक जाएंगे कि घर में बेटी की असमय मौत का दुख होने के बावजूद युवती के परिजन अखबारों में प्रकाशित खबर पर भड़क गए। उन्हे इस बात पर आपत्ति थी कि मीडिया ने इस घटना में प्रेम प्रसंग का जिक्र क्यों किया। परिजनों ने समाज के लोगों को जमा किया और थाने जा पहुंचे। पत्रकारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने। यह जानते हुए भी कि इस तरह की खबरों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज नहीं होते। वकील के माध्यम से नोटिस भेजना होता है। उचित जवाब ना मिलने पर। न्यायालय में वाद दायर करना होता है। पुलिस पर दवाब बनाया गया। आवेदन जमा कराया गया। सवाल यह है कि इस तरह बदहवास प्रतिक्रियाएं क्यों। संदिग्ध मौत है, अफवाहें भी उड़ेंगी। सही क्या है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा। जांच पूरी होने से पहले बवाल क्यों ? 

विदित हो कि बीते रोज शिवपुरी के बैराड़ कस्बे में निवासरत एक युवती जो कि शिवपुरी में अपनी छोटी बहन के साथ पोहरी बस स्टेण्ड के पास किराये के कमरे में रहती थी। उसका शव उसी के कमरे में दुपट्टे से लटका मिला। सूत्रों की माने तो उक्त घटना की सूचना मिलते ही बैराड़ निवासी एक युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उसकी मौत ग्वालियर में इलाज के दौरान हो गई। 

एक ही गांव के निवासी युवक युवती की एक साथ संदिग्ध मौत ने प्रेम प्रसंग की ओर इशारा किया। कुछ लोकल सूत्रों ने इसकी तस्दीक भी की। बताया यह भी जा रहा है कि मृतक प्रेमी-प्रेमिका की जाति अलग थी। इस कारण दोनो के परिजन इस रिश्ते को स्वीकार भी नही कर रहे थे। इसी कारण लडक़ी को बैराड से शिवपुरी भेज दिया था। प्रेमी भी किराए से कमरा लेकर शिवपुरी रहने लगा था। दोनो का मिलना जुलना जारी था। परिजनो को यह स्वीकार नही था। बताया जा रहा है कि प्रेमी-प्रेमिका पर परिजन दबाब बनाए हुए थे। 

पुलिस सूत्रों का कहना है कि उक्त मामला ऑनर किलिंग का भी हो सकता है। अपनी शान बचाने के लिए परिवार वालों ने हत्या की और मामले को दबाने के लिए उसे आत्महत्या का रूप दिया। या फिर इतना दवाब बनाया कि युवती आत्महत्या के लिए प्रेरित हो गई। सही क्या है जांच के बाद ही पता चल सकेगा परंतु पुलिस हर एंगल को ध्यान में रखते हुए जांच करेगी।