मिलिए अपने नए एसपी सुनील कुमार पाण्डेय से...

शिवपुरी। अभी हाल में ही एसपी मों.यूसुफ कर्रेशी का ट्रांसफर इंदौर हो गया और अब जिले की कमान संभालेगें सन 93 के बैच के आईपीएस  सुनील कुमार पाण्डेय अपने पडौसी जिले श्योपुर की कमान संभाले हुए थे। यहां यह अपने मधुर व्यवहार और क्राई ा कंट्रोल के पहचाने जाते थे। शिवपुरी के नए नवेले एसपी से शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने उनसे बातचीत की।  जानिए अपने नए एसपी सुनील कुमार पाण्डेय के बारे में 

सुनील कुमार पाण्डेय का जन्म मूलत: इलाहबाद उत्तर प्रदेश के ग्राम नईबाजार तहसील फूलपुर थाना  माउअईका में हुआ है। जिनकी प्राथमिक शिक्षा इलाहबाद शासकीय विद्यालय में हुई। बीए की डिग्री हांसिल करने के बाद वर्ष 1995 में प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में पहली पोस्टिंग जबलपुर में हुई। इसके बाद 29 जनवरी 1996 से 27 जुलाई 1998 तक उन्होंने दंतेवाड़ा एसडीओपी पद की कमान संभाली। 

इसके बाद शाजापुर, छिंदवाड़ा और वर्ष 2001 से 2004 तक रीवा में एसडीओपी के रूप में कार्य किया। वर्ष 2006 में वे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पन्ना पहुंचे। वर्ष 2006 से 2007 तक वे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में ग्वालियर रहे। इसके बाद वर्ष 2008 से 2011 तक टीकमगढ़ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात रहे। वर्ष 2011 से 2015 तक उन्हें इंटेलिजेंस में रहने का मौका मिला और 2015 में वे पुलिस अधीक्षक के रूप में श्योपुर जिले में आ गए और निरंतर एक के बाद एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए पुलिस अधीक्षक की कमान संभाले हुए थे। अब 2016 में उनका टा्रसंफर शिवपुरी हो गया है। 

जीवन का यादगार लम्हा...
पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय ने चर्चा के दौरान बताया कि बात उस समय की है जब वर्ष 1997 में वे बीजापुर दंतेवाड़ा थाने में एसडीओपी के रूप में पदस्थ थे। उन्हें एक दिन वायरलेस पर सूचना मिली कि थाने पर कुछ नक्शलियों ने हमला बोल दिया है। नक्शली सीढिय़ों के सहारे छत पर  बैठकर फायरिंग कर रहे हैं। 

जो भी पुलिस वाहन जा रहा है, वे उस पर ग्रेनाइट फेंककर उसे ब्लास्ट कर देते थे। बतौर एसपी मैं सूचना मिलने के बाद करीब 22 किमी पैदल चलकर थाने पहुंचा तो सभी पुलिस कर्मियों ने मेरी तरफ देखा और उनकी आंखों से आंसू झलक पड़े, उन्हें लगा जैसे उनकी मदद के लिए मैं वहां पहुंच गया हूं, उन्हेें अब किसी बात की चिंता नहीं है। यह लहा मेरे लिए यादगार था। इस मुठभेद में हमने पांच नक्शलियों को खात्मा किया था।