पुलिस प्रताणना से तंग शिक्षक ने सुसाइड किया, थाने में हंगामा, एडीएम की गाड़ी फोड़ी

पिछोर। जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के बीजासेन रोड़ पर एक मकान में चल रहे जुए के फड़ को पकड़े जाने पर जुआ खेलते समय एक शिक्षक को भी पुलिस ने दबौच लिया। उक्त शिक्षक का आरोप था कि उसे पकडने के बाद थाने लाकर उसके साथ मारपीट की। इसी बात से क्षुब्द होकर शिक्षक ने जहरीले पदार्थ के सेवन कर लिया। जिससे युवक की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार कि पिछोर पुलिस ने धनतेरस वाले दिन 28 अक्टूबर को छापामार कार्रवार्ई करते हुए अभिषेक लोधी, संजय सोनी, अभय गुप्ता, बृजेश योगी, मनोज कुमार, वेद प्रकाश को जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया था। वहीं पुलिस ने जुआरियों के पास से 35040 रूपए जप्त किए थे।

कार्रवाई के दौरान मृतक मनोज पुरोहित जो कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय शाजापुर में शिक्षक के पद पर पदस्थ है, का पुलिस कर्मियों से विवाद भी हुआ था। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने विवाद के बाद मनोज की मारपीट की थी। जिससे क्षुब्ध होकर उसने जहर का सेवन कर लिया था। जिसे उपचार के लिये परिजन झांसी लेकर गये। जहॉ उपचार के दौरान रात्रि में युवक की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक के परिजनो ने जमकर हंगामा किया है। जो खबर लिखे जाने तक जारी है। परिजन थाने के बाहर धरने पर बैठे हुए है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य पिछोर पहुॅच गये है और मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे है।

बड़े भार्ई ने भी की थी आत्महत्या
मनोज पुरोहित के बड़े भार्ई रानी पुरोहित ने भी आत्महत्या की थी। बताया जाता है कि रानी पुरोहित से कुछ साल पहले किसी व्यक्ति से इतनी उग्र बहस हुर्ई थी कि उसने अपमानित होकर फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह से छोटे भाई को भी अपनी बेइज्जती गबारा नहीं हुई और उसने भी आत्महत्या कर ली थी।

यह सुसाईड नोट है जिसे सशब्द प्रकाशित कर रहे है
मुख्य मंत्री महोदय,
श्रीमान कलेक्टर महोदय, 
मध्यप्रदेश शासन भोपाल एवं जिला शिवपुरी मध्यप्रदेश
में मनोज पुरोहित पिछोर पुलिस की तानाशाही से आत्महत्या कर रहा हूॅ। मेरे ऊपर पुलिस दो जुआ के एक्ट लगा चुकी है जो कि निराधार है। जिन लोगो के साथ मुझे जोड़ा गया है उन लोगो से पूछ लिया जाबे पुलिस उन लोगो पर दबाब न बना सके। केवल मुझसे बस की दुश्मनी निकाली मेरे भांजे की बस खोड से शिवपुरी चलती है। जिसको लेकर मेरी पुलिस से कहा सुनी हो गई थी। एस आई भदौरिया एवं एसआई राजपूत से मेरी बस को लेकर बहस हो चुकी थी।

पुलिस शाम को खोड़ रोड़ पर चालान काटने के लिये रोज बैठती है। पिछोर के आगे ल ोरा रोड़ पर रोज बस से पांच सौ रूपये की मांग करते थे। इसी एवज में मेरे ऊपर जुआं एक्ट लगा दिये है। पहले एक्ट में मुझसे सोने की चैन दो तोला,23 हजार रूपये नगद मेरी आखों का चश्मा एक मोवाईल, दूसरे एक्ट में दो मोवाइल सेमसंग जे 7 और लावा और अस्सी हजार रूपये छीन लिये। इस तरह से पुलिस की तानाशानी आगे न हो सके इस लिये मेरे द्वारा आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा, पुलिस जो चाहे कर सकती है। आम आदमी को परेशान और उनपर मुकदमा लाद सकती है। पुलिस की बर्बता से दुखी होकर यह कदम उठाया है। इसमें एक पत्रकार सचिनराज भट्ट मोनू भी स मलित है जो पुलिस से पैसा लेता है इसका शेयर भी होता है। मेरा निवेदन है कि पुलिस के लिये भी एक कानून बने। 

मनोज कुमार पुरोहित
शिक्षक प्रायमरी विद्यालय शाजापुर

इस तरह से मृतक शिक्षक ने 10 पेज का सुसाईड नोट छोड़ा है। जिसमें एक प्रति मुख्यमंत्री, कलेक्टर और अपने परिजनों को लिखी है। इस आत्महत्या की बजह बदनामी भी इस पत्र में लिखी गई। 

उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर की जाएगी कार्रवाई:एएसपी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने बताया कि मनोज पुरोहित के आत्महत्या मामले में पिछोर पुलिस पर प्रताडऩा के आरोप लग रहे हैं। जिसकी उच्च स्तरीय जांच की जाएगी। अगर जांच में पुलिस कर्मियों का दोष सिद्ध होता है और आरोप सत्य पाए जाते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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