
लेकिन नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा इसे लीपापोती का प्रयास बता रहे हैं। इस संबंध में श्री शर्मा ने कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव से भेंट कर मामले की जांच कराने का अनुरोध किया। इसके तारत य में आज कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम नीतू माथुर ने जांच शुरू कर दी है।
प्रभारी सीएमओ गोविन्द भार्गव सहित फाईल बनाने वाले लिपिकों संजय गुप्ता, जितेन्द्र श्रीवास्तव, विजय बैरागी, रोहित खैमरिया आदि के बयान हुए। सूत्रों के अनुसार प्रभारी सीएमओ गोविन्द भार्र्गव ने बयान में बताया कि निविदा सूचना पर उनके फर्जी हस्ताक्षर है।
वहीं निविदा सूचना को कंप्यूटर पर अपलोड करने वाले क्लर्र्क का बयान है कि उसने कोई सोनू मोनू तथा गोलू व्यास के कहने पर यह काम किया है। संकेत मिले है कि इस मामले में प्रशासन द्वारा एफआर्ईआर दर्ज कराई जाएगी।
जिससे इस फर्जी बाड़े के पीछे कौन है वह चेहरे स्पष्ट हो सकें। वहीं आज जिन वार्र्डों में निर्र्माण कार्यो के लिए कुटेशन निकाले गए थे, उनके पार्र्षदों ने नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्र्मा को ज्ञापन देकर स्पष्ट रूप से कहा है कि इन कार्यो को करवाने के लिए नपा प्रशासन ने उन्हें विश्वास में नहीं लिया और यह सीधे-सीधे बिना काम कराये 14 लाख रूपए हड़पने की योजना थी। वहीं इन कार्यो की फाईलें गायब होने से भी रहस्य गहरा गया है।
नगर पालिका से फर्जी बाड़ा कर 14 लाख रूपए हड़पने की योजना साकार रूप ले लेती यदि अनुग्रहित न हुए एक ठेकेदार ने इस मामले का खुलासा नहीं कर दिया होता। इस योजना के तहत कागजों में विज्ञप्ति निकाली गर्ई और बकायदा फाईल भी बन गर्ई। विज्ञप्ति आवक जावक भी हो गईऔर क प्यूटर में उसे अपलोड भी कर दिया गया।
मोटे रूप में इस मामले में फाईल बनाने वाले लिपिक, आवक जावक करने वाले लिपिक और अपलोड करने वाले लिपिक के साथ-साथ संबंधित सब इंजीनियर और उस समय के प्रभारी सीएमओ के बयानों को जांच के दायरे में लिया जाना चाहिए। सूत्र बताते हैं कि जिन वार्डो के कामों के कुटेशन निकाले गए उनकी फाईलें बनाने का जि मा क्लर्क जितेन्द्र श्रीवास्तव और संजय गुप्ता पर है।
हालांकि दोनों क्लर्कों ने इस बात से इन्कार किया है कि फाईलें उनके द्वारा बनार्ई गई। जबकि सूत्र यह भी बताते हैं कि इन कार्र्यों की नोटशीट फाईल पर बनार्ई गई जिस पर संबंधित सब इंजीनियर और सीएमओ के हस्ताक्षर हैं। इसी फाईल के आधार पर निलंबित लिपिक रोहित खैमरिया ने आवक जावक की है।
जानकारी यह भी मिली है कि कंप्यूटर पर निविदा सूचना अपलोड क्लर्क विजय बैरागी द्वारा की गर्ई है। इस संबंध में जब उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने क्लर्र्क बैरागी को तलब किया तो श्री बैरागी ने सूत्रों के अनुसार उन्हें बताया कि अपलोड करने के लिए कोई गोलू व्यास उनके पास निविदा सूचना को लेकर आया था। लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया। इस पर श्री व्यास ने उनसे नगर पालिका के एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि से बात कराने की बात कही और उक्त जनप्रतिनिधि के स्थान पर कोर्ई सोनू मोनू ने उससे निविदा सूचना को अपलोड करने को कहा और उसने इस आधार पर निविदा सूचना को अपलोड कर दिया।
लेकिन मामला उजागर होने के बाद सबसे पहले उक्त मामले की फाईल गायब हो गई। जिससे यह स्पष्ट नहीं हो सका कि फाईल पर किस सब इंजीनियर और सीएमओ के हस्ताक्षर हैं। हालांकि जिन वार्र्डों के कार्र्य निकले हैं उसके सब इंजीनियर हरिओम राठौर और जेएस परिहार हैं जो नगर पालिका के नियमित सब इंजीनियर नहीं है बल्कि शिक्षा मिशन से प्रतिनियुक्ति पर आए हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार एक अन्य सब इंजीनियर ने नोटशीट तैयार की है।
पार्षदों ने फर्जी बाड़े की शिकायत की
जिन वार्डों में कार्य हेतु कुटेशन सूचना निकाली गर्ई थी उनमें वार्ड क्रमांक 17 और वार्ड क्रमांक 12 के 2-2 कार्य हैं। इन वार्डो के पार्र्षद राजेन्द्र यादव और श्रीमती सरोज धाकड़ ने नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा को ज्ञापन देकर फर्जी बाड़े की शिकायत की है और कहा है कि उनके वार्डों में काम हो रहा है और इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इससे स्पष्ट है कि फर्जी बाड़े को अंजाम देने का प्रयास किया जा रहा है।