
विदित हो कि जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने शिकायत की थी कि आरक्षक को पैसे देने के बाद भी उनके मित्र दीपक प्रधान को आरोपी बना दिया। जबकि वह जुआ नहीं खेल रहे थे। जिस मध्यस्थ सुपारी बाला के जरिये रिश्वत दी गई थी। उसने भी इसकी पुष्टि की है। पुलिस अधीक्षक कुर्र्रेशी ने मामले की जांच एसडीओपी जीडी शर्र्मा को सौंपी है।
जानकारी के अनुसार 25 सित बर को भाजपा नेता रामदयाल जैन मावा बालों के तलघर से पुलिस ने पांच लोगों को जुआ खेलते पकड़ा था। शिकायत के अनुसार जुए में पुलिस ने मात्र 11 हजार रूपए की राशि की जप्ती दिखार्ई थी। जबकि जप्त राशि 35 हजार से अधिक थी।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में से उनके मित्र जुआ नहीं खेल रहे थे और इसकी पुष्टि शेष पकड़े गए चार जुआरियों ने भी की थी, लेकिन इसके बाद भी उनके मित्र को गिर तार किया गया। आरक्षक अवतार सिंह ने गिर तार जुआरियों से केस न बनने देने के आश्वासन पर एक लाख रूपए की मांग मध्यस्थ सुपारी बाला के माध्यम से की और एक लाख रूपए आरक्षक को दिया गया।
इस मामले में जितेन्द्र जैन ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष मोबार्ईल पर मध्यस्थ से बातचीत की जिन्होंने पुष्टि की कि उसने आरक्षक को एक लाख रूपए दिए थे। यह उजागर होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने आरक्षक अवतार सिंह को निल िबत कर उसके विरूद्ध जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं।