
चुनरी यात्रा में 201 मीटर ल बी चुनरी महिलाएं और पुरुष बड़े भक्ति भाव के साथ लेकर चल रही थीं जिनमें से अधिकांश नंगे पैर थीं। चुनरी यात्रा का स्थान-स्थान पर जोरदार स्वागत हुआ और नगर के प्रमुख मार्गों से निकलती हुई चुनरी यात्रा का समापन कालीमाता मंदिर पर हुआ जहां भक्तगणों ने माता को चुनरी भेंट की।
आज चुनरी यात्रा का शुभारंभ मां राज राजेश्वरी मंदिर से हुआ। चुनरी यात्रा में भाग लेने वाले भक्तों का यहां तांता लग गया और भक्तिभाव से बहिनों और पुरुषों ने चुनरी को इस तरह से अपने हाथों में संभाल रखा था मानो वह मां को गोदी में उठाए हुए हों। मां के प्रति समर्पण, आदर और स मान चुनरी यात्रा में भक्तगणों में देखने को मिल रहा था।
चुनरी यात्रा में सबसे आगे सुमधुर स्वर में माता के भजनों को बैण्डबाजे बजा रहे थे वहीं उनके पीछे घोड़े पर सवार लोग हाथों में झंडा लेकर बैठे थे जिससे चुनरी यात्रा को शाही रंग मिल रहा था। इसके बाद महिलाएं और पुरुष बड़ी सं या में चुनरी को संभालकर जय माता के जयघोष के साथ चल रहीं थीं। मां राज राजेश्वरी मंदिर से शुरू हुई चुनरी यात्रा अग्रसेन चौक, अस्पताल चौराहा होते हुए कोर्ट रोड पहुंची जहां अनेक लोगों ने चुनरी यात्रा का भव्य स्वागत किया।
स्वागत के क्रम में जहां फूल मालाएं और आतिशबाजी चली वहीं पुष्प वर्षा भी की गई। भक्तगणों को शीतल पेय, आइसक्रीम, मिष्ठान आदि का भी वितरण किया गया। कोर्ट रोड से चुनरी यात्रा गांधी चौक, माधवचौक, एबी रोड होती हुई गुरूद्वारा रोड, पुरानी शिवपुरी में भक्तिभाव बिखेरती हुई काली माता के मंदिर में पहुंचीं जहां चुनरी यात्रा का भव्य समापन हुआ और इसके पश्चात भक्तगणों ने 201 मीटर ल बी चुनरी मां के दरबार में चढ़ाकर अपनी भक्ति और आस्था का प्रदर्शन किया।