
सीआईएटी शिवपुरी के प्राचार्य (पुलिस उप महानिरीक्षक) आरएस चौहान का कहना है कि यह विशेष 8 हफ्ते चलेगा और इसके बाद के मानकों पर खरी उतरने वाली महिला सैनिकों की फाइनल परीक्षा को पास करने वाली सैनिकों को कमांडो घोषित किया जाएगा यहां से तैयार हुई देश की पहली महिला कमांडो की यह टीम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी।
महिला सैनिकों को कमांडो बनाने के लिए हूबहू एनएसजी कमांडो की तरह 26 जून से जटिल से जटिल प्रशिक्षण दिया जा रहा है इस से पहले राजस्थान के अजमेर में इन्हें बुनियादी प्रशिक्षण दिया जा चुका है इसमें सफल होने के बाद देश की पहली महिला कमांडो को दुश्मनों का सामना करने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाएगा
बताया जा रहा है कि इन महिला कंमाडों को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक करीब 15 घंटे विभिन्न तरह के प्रशिक्षणो के जरिए इन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है इन्हें पर्वतारोहण, उफनते नालों को पार करने का हुनर, जंगल की हर परिस्थिति में दुश्मन का सामना करने का दिया जा रहा है, साथ ही हर तरह के हथियार चलाने में पारंगत किया जा रहा है।
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