
करैरा जनपद में पदस्थ दलित कर्मचारी रमेश जाटव पंचायत इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था और वह अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करता था। परिजनों का आरोप है कि अध्यक्ष व सीईओ काफी समय से उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे उनकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी।
आरोप है कि कुछ जनप्रतिनिधि रमेश से जालसाजी से काम करवाना चाहते थे, वहीं जब रमेश ने इंकार किया तो शनिवार शाम को हुई जनपद की बैठक में कुछ सदस्यों ने रमेश की पिटाई कर दी, जिससे उसकी सर की नश फट गई। गंभीर हालत में उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
करैरा सीईओ का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर असमाजिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।