कोलारस में डायरिया से 2 मौतें, 62 बीमार, हैंडपंप पर दबंगों का कब्जा

कोलारस। कोलारस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कुदौनिया उपस्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने बाले ग्राम अटामानपुर में दूषित पानी पीने से आदिवासी कॉलोनी के लोग उल्टी, दस्त से पीडित हो गये। कई लोगो को बुखार एवं उल्टी दस्त हो रहे थे। जिनमें गत रात्रि को वर्फी आदिवासी पत्नि गजरा आदिवासी उम्र 23 वर्ष एवं कु. अंजली आदिवासी पुत्री पाती आदिवासी उम्र 5 वर्ष की मौत हो गई। 

इस आदिवासी कॉलोनी में आदिवासीयो के 90 घर है। एंव जनसंख्या लगभग 430 है। इस गांव में दो कुएं एवं एक हैण्डपंप चालू है लेकिन उसमें किसी प्रकार का ब्लीचिंग पाउडर या क्लोरीन गालियां सुरक्षा की दृष्टि से न तो स्वास्थ्य विभाग ने डाली न पीएचई विभाग नेे। 

बताया जा रहा है कि इस गॉव में एक ही हेण्डपंप है जिसपर दबंगों का कव्जा है। जिसके चलते इन गरीवों को गॉव के दबंग हेण्डपंप पर पानी भरने नहीं देतेे। जिसके चलते ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर है। 

जिसके कारण वर्षा का दूषित पानी पीने से लोग डायरिया की गंभीर बीमारी से पीडित हो गये। कोलारस विधायक राम सिंह यादव को अटामानपुर के राम सिंह आदिवासी एवं प्रहलाद यादव द्वारा फोन पर सूचना दी गई। कि गांव में डायरिया से दो मौते हो गई चुकी है। 

जिस पर विधायक यादव ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियो को टीम भेजने के दिर्नेश दिये एवं टीम के साथ उनके प्रतिनिधी ओ पी भार्गव को भी साथ जाने का आदेश दिया। मौके पर बीएमओ डॉ हरीश आर्य के आदेशानुसार डॉ विवके शर्मा, डॉ. रामनरेश बघेल, सीता नायर, हरिमोहन, वीर खान, देवेन्द्र और चंदारानी टीम के साथ पहुंची। 

उनको कॉलोनी में बैठकर 90 लोगो का परिक्षण किया गया। जिसमें 62 लोग डायरिया से पीडित पाये गये। उन्हे प्राथमिक उपचार दिया गया। एवं 4 लोगो को कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया। जिसमें मुन्नी बाई पत्नि काशीराम आयु 50 वर्ष, धुन्तो पत्नि नंदी आदिवासी 70 वर्ष, गणेशा बाई पत्नि कोठारी उम्र 60 वर्ष एवं चैंतो पत्नि जग्गू आदिवासी को कोालरस स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया। जिनका उपचार चल रहा है।