
जानकारी के अनुसार मेडीकल वार्ड में दो माह की बालिका अंजली जैन को भर्ती किया गया था। जिसे ऑक्सीजन लगाया जाना था। जहां नर्सें वहां पहुंची और उन्होंने ऑक्सीजन का सिलेण्डर खोलने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं खुला तभी अंजली के पिता योगेश जैन ने उक्त सिलेण्डर के ढक्कन को खोला तभी ऑक्सीजन तेज आवाज के साथ निकलनी शुरू हो गई और सिलेण्डर का ढक्कन निकल कर योगेश के मुंह में लग गया। जिससे उसके मुंह में खून आने लगा।
अचानक हुई इस घटना से किसी ने आग लगने की अफवाह फैला दी और वार्ड में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। देखते ही देखते वार्ड खाली हो गया। वार्ड में ज्ञात हुआ कि आग कहीं नहीं लगी हुई थी। यह सिर्फ कोरी अफवाह थी।