
जानकारी के अनुसार उप उपतहसील रन्नौद के बामौदकलां निवासी सेवक कुशवाह को गुरूवार की दोपहर प्रसब पीड़ा हुई तो सेवक ने जननी और 108 का कॉल किया काफी देर तक दोनो वाहन नही आए और ईधर सेवक की पत्नि रामबाई को प्रसब पीड़ा बढने लगी। परिजनो को कोई बड़ा वाहन नही मिला तो इस तरह दर्द से कराह रही रामबाई को बाईक से कोलारस स्वास्थय केन्द्र ले जाने का निर्णय लिया गया।
बताया गया है कि रास्ते में खरैह बीजरी गांव के पास रामबाई की हालत बिगड़ गई और सुबह 10 बजे सडक़ किनारे ही असुरक्षित प्रसव हो गया। उसने एक बच्ची को जन्म दिया करीब दो घंटे तक प्रसूता व नवजात सडक पर खुल्ले आसमान के नीचे ही पड़ी रही। कई बार डायल 100 व 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन कोई नहीं पहुंचा।
जैसे तैसे एक निजी वाहन से सेवक पत्नी व नवजात को लेकर रवाना हुआ, लेकिन कुछ दूरी पर यह वाहन भी खराब हो गया ग्रामीणों की मदद से दूसरे वाहन से प्रसूता व नवजात को कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचेए लेकिन यहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया कोलारस अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि यदि एक घंटे पहले आ जाते तो बच्ची की जान बच जाती।