शिवपुरी। जिस शिवपुरी को मेरे पूर्वजों ने बसाया उसे सुनियोजित ढंग से प्रदेश सरकार द्वारा तबाह किया जा रहा है। यह मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि शिवपुरी की जनता के साथ षड्यंत्र है। उक्त बात पूर्व केन्द्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बॉम्बे कोठी पर आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने साफ-साफ कहा कि इसका जवाब यहां की जनता 2018 के चुनाव में देगी और जब शासन बदलेगा तब एक साल के भीतर सारी योजनाओं का क्रियान्वयन हो जाएगा। पत्रकारवार्ता में श्री सिंधिया ने केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे हमले बोले और कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में न नौजवान, न व्यापारी, न किसान और न ही जवान सुखी और प्रसन्न है।
उन्होंने भाजपा सरकार पर प्रदेश को गिरवी रखने का आरोप लगाया और कहा कि ईसागढ़, मंडीदीप एवं मैहर नगर पंचायत के चुनाव बदलाव के अच्छे संकेत हैं। पत्रकारवार्ता में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश सरकार पर तीखे हमले बोले और उनके क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप मढ़ा।
सांसद सिंधिया ने कहा कि मैंने सबसे ज्यादा योजनाएं लगभग 700-800 करोड़ की शिवपुरी को दीं, लेकिन एनएच के काम को छोडक़र सारी योजनाएं ठण्डे बस्ते में पड़ी हुई हैं। सिंध के पानी का पता नहीं है, सीवेज प्रोजेक्ट का काम कब पूरा होगा कोई नहीं जानता। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, एनटीपीआई का तो अभी शुभारंभ भी नहीं हुआ।
जबकि प्रदेश सरकार को उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर इन योजनाओं का क्रियान्वयन कराना चाहिए था जो उसने नहीं किया। धूल के प्रदूषण से जब शिवपुरी की जनता परेशान थी तब कांग्रेस के दवाब में सडक़ें बनीं तो आशा हुई कि अब तो राहत मिलेगी, लेकिन पहली बरसात में ही सडक़ें गायब हो गईं और जनता की परेशानियां ज्यादा बढ़ गईं हैं।
सांसद सिंधिया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि महज खर्चे की पूर्ति हेतु 1 लाख 40 हजार करोड़ रूपयों का ऋण लेना प्रदेश को गिरवी रखना है। उन्होंने कहा कि कर्ज सभी सरकारें लेती हैं, लेकिन उस कर्ज का उपयोग अद्योसंरचना को बेहतर बनाने और लोगों के जीवन स्तर को अच्छा करने के लिए एवं स्थाई संपत्ति के निर्माण हेतु होता है, परंतु सरकार ने कर्ज इस उद्देश्य के लिए न लेकर खर्च की पूर्ति हेतु लिया है।
ईसागढ़, मंडीदीप और मैहर नगर पंचायत के चुनाव परिणामों की चर्चा करते हुए श्री सिंधिया ने साफगोई से कहा कि यदि मैं पेशेवर राजनीतिज्ञ होता तो कहता कि ये परिणाम प्रदेश सरकार की बदलाव के स्पष्ट संकेत हैं, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि इन चुनाव परिणामों से बदलाव की आशा बंधी है और यह अच्छे संकेत हैं।
अतिक्रमण हटे, लेकिन नियम कायदे कानून और पारदर्शिता से
श्री सिंधिया ने स्पष्ट किया कि वह शिवपुरी में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के विरोध में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटने चाहिए, लेकिन अतिक्रमण को नियम कायदे कानून एवं पारदर्शिता के साथ हटाना चाहिए।
वैधानिक स्वत्वधारी व्यक्ति को अतिक्रामक मानना गलत और अन्याय पूर्ण है। जिला प्रशासन अतिक्रमण की गाइड लाइन समाचार पत्र में स्पष्ट करे जिससे पता चल सके कि अतिक्रामक कौन है तथा कौन नहीं। श्री सिंधिया ने शिवपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान में अपारदर्शिता तथा पक्षपात का आरोप लगाया।
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