शहर में बंदरो का आंतक: फिर बंदर ने बच्चे को काटा, लगे 7 टांके

शिवपुरी। पिछले दिनो शहर की ठंडी सडक़ पर एक बच्चे को बंदर ने काटकर घायल किया था उस बच्चे की घाव अभी तक भरे नही होगें फिर एक बच्चो को काटने की खबर आ गई। बताया जा रहा है कि घर के लोन में बच्चा नाश्ता कर रहा था तभी अचानक बंदर ने बच्चे पर हमला करते हुए उसके गाल पर काट लिया। बच्चे के गाल में 7 टाकें लगे है। 

जानकारी के अनुसार शहर के महल कॉलोनी में निवासरत रेडिंयट कॉलेज के संचालक शाहिद खांन का 12 वर्षीय पुत्र शान खांन अपने घर के लॉन में नाश्ता कर रहा था। तभी अचानक बंदर ने उस पर हमला कर दिया। जब तक उसे बचाने के लिए दौड़ते बंदर अपना काम कर रफूचक्कर हो गया। 

हम कुछ नहीं कर सकते: वन विभाग 
अस्पताल में कार्यरत एक नर्स का कहना है कि यहां हर रोज दो से तीन मामले इस तरह के आ रहे हैं। जब इस मामले में वन महकमे के जिम्मेदार अधिकारी संजय मालवीय से बात की गई तो उनका कहना था कि शहर में एक साथ कई जगह बंदरों का आतंक बरपा हुआ है। महकमे के पास न तो इन बंदरों को पकडऩे के लिए पर्याप्त पिंजरे हैं और न ही प्रशिक्षित स्टाफ। एक पिंजरे के सहारे हम कहां-कहां बंदरों को पकडें फिलहाल ये पिंजरा फिजिकल रोड पर रखा हुआ है।

मुआवजे के लिए दावा कर सकते हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वन्यजीव रिहायशी इलाकों में आकर इंसानों को नुक्सान पहुंचाते हैं और सूचना के बाद भी वन विभाग के अफसर आतंकी वन्य प्राणियों को वापस जंगल तक खदेड़ने में बिफल रहते हैं तो पीड़ित मुआवजे के लिए दावा कर सकते हैं। वन विभाग और उसके अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं।