
महिलाओं के साथ हो रही घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडऩ, महिला दुष्कर्म जैसे मामलों में महिलाओं दबाना नहीं चाहिए यदि कोई भी महिला प्रताडि़त हैं तो एक आवेदन महिला शसक्ति करण विभाग में देकर अपने हक की लड़ाई लड़ सकती है। इना ही नहीं अब महिला किसी से कमजोर नहीं है।
शासन द्वारा महिलाओं के 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। जिससे अब महिला पंच, सरपंच एवं पार्षद सहित विभिन्न पदों पर बैठकर नारी शक्ति की आवाज बुलंद कर रही है। महिला सशक्तिगरण विभाग के सहयोग से यह गतिविधि की गई संस्था के सचिव अंकुर कुशवाह ने बताया कि समाज में महिलाओं व लड़कियों सशक्त बनना चाहिए इसमें संस्था के सदस्य वीरेन्द्र रावत, अजय यादव व दीपेश मौजूद रहे जिन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।