अतिक्रमण: कांग्रेस तय नहीं कर पाई स्वीच ऑन रहे या ऑफ

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शिवपुरी। वैसे कांग्रेस का जनहितेषी मुद्दो को लेकर हमेशा स्वीच ऑफ ही रहता है,चाहे वह डीपीसी के द्वारा देश के शिक्षको का गद्दार घोषित कर दिया गया हो चाहे कोई भी मुद्दा। अतिक्रमण के मामले मेे इतने दिन बाद कांग्रेस यह तय नही कर पाई कि इसका विरोध करे या नही..

कांग्रेस कोर कमेटी की आज सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय में आयोजित बैठक में कतिपय कांग्रेसियों ने अतिक्रमण विरोधी अभियान में चल रही कथित धांधलियों के विरोध में  प्रशासन को ज्ञापन देने का दवाब बनाया था।

विरोध और समर्थरन के बीच  कोर कमेटी ने आम सहमति से निर्णय लिया कि यह अभियान कांग्रेस की नगर पालिका द्वारा ही संचालित किया जा रहा है और प्रशासन इसमें महज सहयोगी की भूमिका निभा रहा है।

फिर क्यों प्रशासन के विरोध में ज्ञापन दिया जाए? बैठक में हरवीर सिंह रघुवंशी ने यहां तक कहा कि शिवपुरी की विधायक भाजपा की यशोधरा राजे हैं और नगर पालिका कांग्रेस की है और यह अभियान दोनों के द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है। 

अतिक्रमण अभियान के पक्ष में नगर पालिका उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने मुखर होकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब-जब भी भाजपा शासित नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण फक्कड़ कॉलोनी से तोड़े जाते थे तो कांग्रेस कहती थी कि धनाढ्य लोगों के अतिक्रमण पहले तोड़े जाए और आज जब यह काम हो रहा है तो कांग्रेस द्वारा विरोध किए जाने का कोई अर्थ नहीं है। 

कोर कमेटी की इस बैठक में मु य रूप से सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी अमिताभ हर्षी, मोहन सिंह राठौर, हरी सिंह नरवरिया, प्रधु न सिंह तोमर, जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव, वरिष्ठ कांग्रेस नेता वैजनाथ सिंह यादव, नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा, पूर्व नपा अध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर, हरवीर सिंह रघुवंशी, सुरेश राठखेड़ा, नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा,  सेवादल अध्यक्ष अनिल उत्साही, युवक कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष पूनम कुलश्रेष्ठ सहित अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे। 

बैठक के प्रारंभ में पूर्व नपाध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर ने कहा कि निश्चित रूप से अतिक्रमण विरोधी अभियान शहर को सुन्दर और व्यवस्थित बनाने की एक अच्छी पहल है, लेकिन देखने में यह आ रहा है कि इस अभियान की आड़ में प्रशासन नियमों और कानूनों का उल्लंघन कर कथित अतिक्रामक का कानूनी पक्ष सुनने को भी तैयार नहीं है। 

इसका विरोध कांग्रेस को करना चाहिये ताकि विपक्ष के रूप में कांगे्रस अपनी भूमिका के साथ न्याय कर सके। पार्षद आकाश शर्मा ने भी उनके सुर में सुर मिलाया। उनकी राय थी कि कांग्रेस को जनता की लड़ाई लडऩा चाहिये और प्रशासन के खिलाफ ज्ञापन देना चाहिए। 

लेकिन बैठक में अधिकांश सदस्यों की राय थी कि कांगे्रस को पूरे घटनाक्रम को चुप बैठक देखना चाहिए। नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने साफ-साफ कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान में एजेंसी नगर पालिका है और नगर पालिका में हम शासन कर रहे है। 

अतिक्रमण विरोधी अभियान माननीय उच्च न्यायालय के आदेश से संचालित हो रहा है और उच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देश है कि अतिक्रमण हटाया जाए और जो भी इस का विरोध करे उसके नाम से न्यायालय को अवगत कराया जाए। श्री शर्मा ने अभियान में प्रशासन की तारीफ के कसीदे काढे और यहां तक कहा कि पहली बार निष्पक्षता और ईमानदारी से अभियान संचालित हो रहा है। इस अच्छी मुहिम का विरोध करना उचित नहीं है। 

दो राय बनी हैं, फैसला अभी नहीं हुआ:प्रवक्ता हरवीर सिंह
कांग्रेस प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी ने अतिक्रमण विरोधी अभियान में कांग्रेस की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि कोर कमेटी की बैठक में अभियान के बारे में दो राय बनी है। 

कुछ सदस्यों का कहना है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को समर्थन देते हुए चुप बैठना चाहिए। जबकि कुछ की राय है कि इसमें हो रही कथित ज्यादतियों के विरोध में कांग्रेस को ज्ञापन देना चाहिए। इसलिए अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव दोनों बातों पर विचार कर निर्णय लेंगे। 

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