शिवपुरी के पानी से आएगा हड्डियों में टेढ़ापन, जल्दी बुढ़ापा

शिवपुरी। एक अध्ययन में पता चला है कि डीप बोरिंग का पानी स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। इसमें मौजूद घातक तत्वों को आरओ की मदद से भी बाहर नहीं निकाला जा सकता। ये तत्व घातक हैं लेकिन तत्काल प्रभाव नहीं दिखाते। लगातार डीप बोरिंग का पानी पीने से हड्डियां कमजोर होने लगतीं हैं, उनमें अजीब का टेढ़ापन आ जाता है और व्यक्ति समय से पहले ही बूढ़ा होने लगता है। यहां बुढ़ापे से तात्पर्य बाल सफेद होना नहीं, बल्कि उसमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता खत्म होने लगती है। बताते चलें कि 150 फिट से ज्यादा गहरी बोरिंग को डीप बोरिंग कहते हैं। 

डीप बोरिग के बढ़ते चलन ने जहां भूगर्भ जल स्तर को प्रभावित किया है, वहीं अब इससे समय से पहले बुढ़ापे का खतरा भी बढ़ गया है। भागा पॉलिटेक्निक के हाल के शोध में यह बात सामने आई है। झारखंड राज्य के धनबाद शहर के पांच अलग-अलग क्षेत्रों में हुए शोध के बाद जो डेटा एकत्रित किया गया है, उसमें यह बात सामने आई है कि डीप बोरिग से पानी अधिक मात्रा में तो मिल रहा है पर उसमें फ्लोराइड की मात्रा भी अधिक है। इससे दांत पीले होने के साथ-साथ हड्डियों में ढेढ़ापन जैसी बीमारी बढ़ेगी जिससे अकाल बुढ़ापा आएगा।

वर्षा जल इतनी गहराई तक नहीं पहुंच पाता है जिससे नाइस में मौजूद फ्लोराइड पानी में घुल जाते हैं और मानक से अधिक फ्लोराइडयुक्त पानी निकलता है।

घरों में पानी को शुद्ध बनाने के लिए आरओ का चलन बढ़ा है। लोगों का मानना है कि आरओ से पानी पूरी तरह शुद्ध हो जाता है। डॉ. यादव के अनुसार आरओ से डीप बोरिग वाले पानी में फ्लोराइड की मात्रा कुछ हद तक कम होगी पर शत-प्रतिशत फ्लोराइड दूर नहीं होगा और खतरा बना रहेगा।