कोलारस। एक ओर तो सरकार गरीबों का हित करने में अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार में पदस्थ नुमाइंदे सरकार द्वारा बनाये गये जन हितेशी कानून का सीधा सीधा उल्लंघन कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला प्रकाश में है। हमारे संवाददाता को आवेदक उ मेद सिंह ने एक शपथ पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि ग्राम सिरनोदा में गनपत पुत्र दौलतराम जाटव नाम के व्यक्ति ने स्वयं के चार पुत्रों सरकारी जमीन पर पट्टे करवा लिये।
जबकि राजस्व के नियमानुसार एक ही परिवार को एक पट्टा खेती करने के लिये दिया जाता है। लेकिन ग्राम सिरनोदा में इसका सीधा उल्लंघन किया गया है। इसके पुत्र छबिराम ने धोखाधड़ी एवं साजिश रचकर नायब तहसीलदार टप्पा रन्नौद के प्र.क्र.36/99-2000 अ/19 आदेश दिनांक 25/02/2002 को छबि राम ने अपनी पत्नी भागबाई, छोटे भाई देवराम की पत्नी गुडडी, भाईराम की पत्नी सुशीला एवं राजाराम की पत्नी सन्तों एवं पिता गनपत की पत्नी जशोदा के नाम पर फर्जी पट्टे करा लिये है।
और ग्राम सिरनोदा भूमि सर्वे क्रमांक 605 मिन रकवा 1.00 है. है जो राजस्व अभिलेख में प्रार्थी के भूमि स्वामी पर अंकित है उस पर किसी फर्जी महिला दशोदा को चंद्रभान की पत्नी बताकर तहसील रन्नोद में इंद्राज दुरूस्ती का आवेदन दिया गया।
जबकि दशोदा पत्नी चंद्रभान नाम की कोई महिला सिरनोदा में है ही नहीं। इस मामले में छबिराम फर्जी अंगूठे एवं कार्यवाही कर दशोदा नाम की फर्जी महिला बनाकर सरकार के साथ धोखाधड़ी करने में मशगूल हो रहा है। इस पूरे मामले की जांच यदि जिलाधीश से कराई जावे तो आमजन के साथ एवं आवेदक के साथ इंसाफ नजर आ जायेगा।