संदीप ने मालिक को 7 घटें में खोजकर लौटाया गिरा हुआ पर्स

शिवपुरी। शिवपुरी के एक युवक ने ईमानदारी की एक ऐसी मिसाल पेश की जो शायद ही कोई करता। हुआ यह कि चेन्नई में अध्ययनरत इंजीनियरिंग का छात्र जतिन अग्रवाल एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए शिवपुरी अपने गृह नगर आया हुआ था।

 तभी रविवार दोपहर एक बजे के करीब पटेल नगर से बाजार की तरफ जाते समय उसका पर्स गिर गया। उस पर्स में तीन एटीएम कार्ड, पेनकार्ड, आधारकार्ड, वोटर कार्ड, यूनिवर्सिटी आईडी कार्ड सहित 15 महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ-साथ 1370 रूपये नगद थे। 

जतिन को जैसे ही अपने पर्स गिरने का पता चला वह खासा परेशानी में आ गया, क्योंकि अगले ही दिन उसे चेन्नई वापिस जाना था। पूरे दिन खोजबीन में निकालने के बाद रात तकरीबन 8 बजे उसकी खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा जब आकाशवाणी में कार्यरत रमेश दीक्षित अपने भांजे संदीप शर्मा के साथ घर आए और उन्होंने उसका पर्स जतिन को लौटाते हुए कहा कि तुम तक पहुंचने में मुझे सात घंटे का वक्त लगा। 

संदीप का कहना था कि उसने जब पर्स में रखे दस्तावेजों को देखा तो वह समझ गया कि यह तु हारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। पर्स में मौजूद दस्तावेजों में जो फोन नंबर मिला वह सीवर खुदाई के कारण बंद मिला इसकी वजह से उसे और भी परेशानी हुई। 

संदीप को पर्स दोपहर एक बजे के करीब मिला और वह जतिन तक रात 8 बजे पहुंच पाया। जतिन ने पर्स पाकर न सिर्फ संदीप को गले लगा लिया, बल्कि जतिन के माता-पिता ने भी उसे आशीर्वाद देते हुए धन्यवाद दिया। 

पर्स में मिले फोटो से हुई पहचान
पर्स में जो दस्तावेज मिले उन दस्तावेजों में जतिन के पते के स्थान पर चेन्नई का पता लिखा था इसलिए संदीप को जतिन तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करना पड़ी, लेकिन जतिन के पर्स में रखा उसके पिता अनिल अग्रवाल का फोटो पहचान में सहयोगी बना। 

संदीप ने इस फोटो को कई लोगों को दिखाकर इनके संबंध में जानने का प्रयास किया, लेकिन तभी सब्जी मंडी में जब संदीप ने एक परिचित को फोटो दिखाया तो उन्होंने संदीप को बताया कि यह पटेल नगर में रहने वाले अनिल अग्रवाल हैं। 

यह जानते ही संदीप आकाशवाणी में कार्यरत रमेश दीक्षित को साथ लेकर जतिन के निवास पटेल नगर पहुंच गए और जतिन का पर्स उसे सौंप दिया।