राजे को कान की कच्ची कहने वाले अदभुत बाबा 24 घंटे में भाजपा से आऊट

शिवपुरी। कल बडी ही आन-बान-शान से नपा के पूर्व सीएमओ रामनिवास शर्मा उर्फ अदभुत बाबा के प्रशंसको ने प्रेस नोट जारी करवाया कि पूर्व सीएमओ राजे का साथ छोड नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ गए और वर्षो बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। 

और इस प्रेस नोट में एक नेताजी की भी खबर थी कि उनके कहने पर उन्होने ऐसा किया और इसी समाचार में नेताजी के वर्जन था कि मेरी कोई प्रेरणा नही थी।

कुल मिलाकर रामनिवास शर्मा को एक सोची समझी योजना के तहत भाजपा की सदस्यता करवाने की नौटकी राजे के विरोधियो ने की और इसकी परिणाम तहत और अपने नाम के अनुरूप अदभुत बाबा ने राजे के खिलाफ आग उगलना शुरू कर दिया। आज शाम को भाजपा ने भाजपा के नए नवेले सदस्य की सदस्यता समाप्त करते हुए प्रेस नोट जारी कर दिया। 

यह लिखा है भाजपा के प्रेस नोट में
भाजपा सदस्यता ग्रहण करते समय पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी रामनिवास शर्मा द्वारा प्रदेश सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी उन पर भारी पड़ गई है। भाजपा संगठन ने उक्त टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए रामनिवास शर्मा को भाजपा सदस्यता के लिए अपात्र घोषित कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि अनुशासनहीन व्यक्तियों का भाजपा में कोई स्थान नहीं है। श्री शर्मा की ओर इशारा करते हुए श्री रघुवंशी ने कहा कि अनुशासित और एकता के सूत्र में बंधी भाजपा में उनकी दाल नहीं गल पाएगी। 

जल संकट के लिए जिम्मेदार हैं रामनिवास
शिवपुरी में व्याप्त जलसंकट के लिए तत्कालीन सीएमओ रामनिवास शर्मा भी जिम्मेदार हैं। जब जगमोहन सिंह सेंगर नगरपालिका के जिलाध्यक्ष हुआ करते थे, रामनिवास सीएमओ थे। उन्होंने बिना मौका मुआयना किए सिंध की पाइन लाइन शिवपुरी तक लाने का ड्राफ्ट तैयार कर दिया। इसमें उन्होंने यह तो लिखा कि नेशनल पार्क से पाइन लाइन गुजरेगी परंतु यह नहीं लिखा कि इसके लिए पेड़ काटने पड़ेंगे। इसी ड्राफ्ट के आधार पर अनुमति मिली और जब पेड़ काटने की शुरूआत की गई तो वनविभाग ने अड़ंगा लगा दिया। यदि मौका मुआयना कर रामनिवास पेड़ काटने की अनुमति भी मांग लेते तो आज सिंध के पानी से शिवपुरी लबालब होती। आरोप है कि पेयजल माफिया को मदद पहुंचाने के लिए रामनिवास ने ऐसा ड्राफ्ट जानबूझकर बनाया और जगमोहन सिंह सेंगर ने बराबर सहयोग किया।