
बकौल श्री सिंधिया, कन्हैया कुमार के विरूद्ध कोई सबूत नहीं है। पत्रकारवार्ता में श्री सिंधिया ने प्रदेश सरकार पर भी करारे हमले बोले और सरकार पर जनविरोधी होने का आरोप लगाया। पत्रकारवार्ता में श्री सिंधिया ने सांसद के रूप में अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का भी बखान किया।
एक सवाल के जवाब में श्री सिंधिया ने कहा कि उस पार्टी और सरकार को आतंकवाद के विरोध में बोलने का हक नहीं है। जिसके विदेश मंत्री आतंकवादियों को प्लेन में बिठाकर कंधार ले गए थे और उन्हीं आंतकवादियों ने संसद पर हमले जैसी देश में तमाम घटनाओं को अंजाम दिया।
श्री सिंधिया से जब पूछा गया कि जेएनयू में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की आलोचना नहीं की जाना चाहिये तो उनका जवाब था कि अवश्य की जानी चाहिये लेकिन इसकी आड़ में निर्दोष छात्रों को फंसाना भी गलत है। जिन कन्हैया कुमार को पुलिस ने गिर तार किया है उसके विरूद्ध कोई सबूत नहीं है।
भाजपा के एक सांसद पर श्री सिंधिया ने आरोप लगाया कि गांधी जी के हत्यारे गौड़से को उन्होंने जनसेवक बताया है जो कि किसी भी तरह से उचित नहीं है। श्री सिंधिया ने अपने पिछले 13 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि उन्होंने 800 करोड़ रूपए की योजनायें अपने क्षेत्र के लिए मंजूर कराई इनमें साढे 3 हजार करोड़ रूपए लागत की फोर लेन योजना अलग से है।
इसके अलावा पहले यहां चार ट्रेन आती थीं, लेकिन आज उनके प्रयासों से प्रतिदिन 35 से 40 ट्रेनें शिवपुरी में आ रही है। श्री सिंधिया ने भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह बतायें कि उसने इस क्षेत्र के लिए क्या किया है। प्रदेश सरकार ने उनकी लाई हुई योजनाओं में अड़ंगे लगाने का कार्य किया है।
2004 में उन्होंने पॉलोटेक्निक कॉलेज मंजूर कराया था। सिंध जलावर्धन योजना और सीवेज प्रोजेक्ट उनके प्रयासों से 2007 में स्वीकृत हुआ था, लेकिन आज तक ये योजनायें प्रदेश सरकार की अड़ंगेबाजी के कारण पूर्ण नहीं हुई हैं।
प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि जब सरकार को मालूम था कि सीवेज प्रोजेक्ट के कारण जीर्णशीर्ण हुई सड़कें दुबारा बनेंगी तो फिर सरकार ने उनकी डीपीआर पहले ही क्यों नहीं बनाई। उन्होंने प्रदेश सरकार पर इस क्षेत्र की जनता को धूल खिलाने का आरोप लगाया।