शिवपुरी। डीपीसी शिरोमणि दुबे की हिटलरगिरी अब तूल पकड़ती जा रही है। एक एक करके उनके कारनामों की परतें भी खुलने लगीं हैं और शिवपुरी के अध्यापकों सहित कर्मचारी संगठन भी उनके खिलाफ खुलकर मुखर होने लगे हैं।
इस दौरान शिवपुरी समाचार को एक पीड़ित ने बड़ा ही चुटीला सा सवाल ईमेल किया। गुमनाम प्रेषक ने लिखा है कि उसके पास डीपीसी शिरोमणि दुबे की पूरी फाइल मौजूद है। इसमें कई सारे दस्तावेजों के साथ कुछ फोटो हैं और सीडी भी। वह सिर्फ यह जानना चाहता है कि प्रभावी कार्रवाई किस कार्यालय से होगी। भोपाल से या नागपुर से ?
बता दें कि डीपीसी शिरोमणि दुबे आरएसएस से संबंद्ध प्रशासनिक अधिकारी हैं एवं वे खुद को गर्व के साथ आरएसएस का स्वयं सेवक बताया करते हैं। इसी के चलते जिला प्रशासन पर उनका रुतबा भी कायम है। इसी संघ शक्ति के चलते उन्होंने कुछ निर्णय ऐसे भी ले लिए जो उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं थे।
अब जब उनका संबंध आरएसएस से है तो यह सामान्य धारणा बन गई है कि प्रशासनिक स्तर पर किसी भी शिकायत का कोई असर नहीं होने वाला। शायद इसीलिए यह चुटीला सा सवाल शिवपुरी की हवा में लहराया गया है। भोपाल मप्र शासन का मुख्यालय है जबकि नागपुर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का।
