शिवपुरी। शिवपुरी के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली योजना जलावर्धन योजना को पूर्ण करने के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही दोशियान ने बढी हुई प्रोजेक्ट कॉस्ट 6 करोड़ रूपए की मांग की थी सीएम ने यह मांग कई माह पूर्व पहले मंजुर कर ली थी अब मुरैना के लिए तो जलावर्धन योजना के लिए 150 करोड़ की घोषणा हो गई इस घोषणा कर कांग्रेस ने सवाल खडे कर दिए है।
इस मामले में शहर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता का कहना है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह का नाम घोषणवीर यू ही नही पढा शहर की जनता पानी को तरस रही है और शिवराज की कैबीनेट ने अभी तक यह रूपया मंजूर नही किया है मात्र 6 करोड नही दे पाए तो मुरैना को 150 करोड़ रूपए कैसे देगें।
जलावर्धन योजना को तत्काल शुरू करने के उद्देश्य से पब्लिक पार्लियामेंट ने जलआंदोलन शुरू किया था जिससे मप्र की सरकार दबाब में आ गई। इस आंदोलन के बाद कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की नगरीय निकाय सचिव के साथ हुई बैठक में सीएम शिवराज सिंह ने बढी हुई प्रोजेक्ट कॉस्ट 6 करोड़ रूपए देने का बादा किया था परन्तु महिनो के बीत जाने के बाद भी यह पैसा नपा शिवपुरी के खाते में नही आया है।
बताया गया है कि नपा शिवपुरी ने सीएम की घोषणा के बाद नगर पालिका परिषद ने तत्काल प्रभाव े परिषद में पास कर ठहराव बना भोपाल भेज दिया, लेकिन पैसे की मंजूरी कैबिनेट से नही मिली है।
बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी दोशियान भी पैसे की कमी से जूझ रही है। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए बैंक से लोन की मांग की है। जिसके लिए बैंक के अधिकारी भी शिवपुरी आकर सर्वे करके चले गए।
कुल मिलाकर इस मामले में अपने राम को तो यह कहना है कि मामला गर्म था तो शिवराज 6 करोड की घोषणा कर दी किन्तु घोषणा कर भूल जाना भी शिवराज की एक अदा है।
