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अशोकनगर के रास्ते भोपाल जा रहे अध्यापकों को विदिशा में गिरफ्तार किया गया |
शिवपुरी। राजधानी में अध्यापका आंदोलन के लिए निकले अध्यापक पुलिस को चकमा देते हुए लालघाटी तक जा पहुंचे और शान से तिरंगा लहराया। लालघाटी पर आधी रात से ही पुलिस का जबर्दस्त पहरा था और यहां आने वाले हर व्यक्ति पर निगाह रखी जा रही थी। समूह में आने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा रहा था।
शिवपुरी के अध्यापकों का दल भेष बदलकर, आम भोपाली की तरह लालघाटी पहुंचा। ये लोग अपने साथ तिरंगा छिपाकर ले गए थे। यहां पहुंचकर अध्यापकों ने पहले पूरे हालात का जायजा लिया और फिर पुलिस की सुरक्षा में से सुराख तलाशकर लालघाटी के बीच जा पहुंचे।
प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और भोपाल से 10 किलोमीटर दूर जंगल में छोड़ आए। शिवपुरी के अध्यापकों की जिद देखिए कि वो वहां से पैदल चले और वापस लालघाटी पर आ डटे। बाद में भोपाल कलेक्टर के आग्रह पर उन्होंने लालघाटी को मुक्त किया। सूचना मिली है कि सभी अध्यापक शिवपुरी के लिए वापस रवाना हो गए हैं। शनिवार सुबह सभी आंदोलनकारी शिवपुरी में होंगे।
विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार हुए अध्यापक
अध्यापक आन्दोलन में शामिल होने गए शिवपुरी के जो अध्यापक प्रदर्शन में शामिल होने गए थे वह विदिशा, व्यावरा, अशोकनगर, श्यामपुर, सुल्तानपुर, जावरा मार्गों से निकल रहे थे इन सभी अध्यापकों को पुलिस ने रोका और गिरफ्तार कर लिया।
लगभग पांच सैकड़ा अध्यापक पहुंचे भोपाल, दो दर्जन गिरफ्तार
बाबजूद इसके इस आन्दोलन में शिवपुरी से 500 के लगभग अध्यापक भोपाल पहुंचने में शामिल रहे। लेकिन यह प्रदर्शन में शामिल होते कि इससे पूर्व ही दो दर्जन से अधिक अध्यापक अभी भी गिरफ्तार कर लिए गए जिन्हें केन्द्रीय जेल भेज दिया गया।
रेल्वे स्टेशन और अन्य जगहों से पकड़े गए अध्यापक
अपनी मांगों को लेकर जब अध्यापक संघ के आयोजन में शिवपुरी के अध्यापक शामिल होने भोपाल पहुंच रहे थे कि तभी प्रशासन द्वारा अध्यापकों की गिरफ्तारी का कार्य शुरू कर दिया गया। जिसमें शिवपुरी के अध्यापकों में दो दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशन से, एक दर्जन को लालघाटी पर और करीब 300 अध्यापकों को भोपाल में अलग-अलग स्थानों से पकड़ा और इन्हें शहर से दूर छोड़ दिया।